वैष्णोदेवी का प्रसाद चाहिए तो पोस्ट ऑफिस करेगा आपकी मदद, शुरू होगी नई सर्विस
Lockdown में देशभर के धर्मस्थल और tourism के दूसरी जगहें बंद हैं. लेकिन इस दौरान आपको माता वैष्णोदेवी (mata vaishnodevi) का प्रसाद चाहिए तो इसकी डिलीवरी आपके घर पर हो सकेगी.
Lockdown में देशभर के धर्मस्थल और tourism के दूसरी जगहें बंद हैं. लेकिन इस दौरान आपको माता वैष्णोदेवी (mata vaishnodevi) का प्रसाद चाहिए तो इसकी डिलीवरी आपके घर पर हो सकेगी. जी हां, Post office ने यह सुविधा शुरू करने का बीड़ा उठाया है. साथ ही उसने कश्मीर के केसर (Kesar) की सप्लाई की शुरुआत की तैयारी की है. इस प्रस्ताव को सरकार की मंजूरी भी मिल गई है. जल्द ही पोस्ट ऑफिस के जरिए माता वैष्णोदेवी का प्रसाद घर पर मंगाया जा सकेगा.
IT मिनिस्टर रविशंकर प्रसाद की मानें तो कोरोनो वायरस संकट (Coronavirus mahamari) के दौरान दवाओं और जरूरी वस्तुओं की डिलीवरी के बाद डाक विभाग को इस मॉडल पर अधिक जोर देने का मौका मिला है. उन्होंने भारतीय डाक विभाग (india post) को खुद को Supply chain का बड़ा प्रयितोगी बनने के लिए कहा है.
बता दें कि इसमें Tele medicine, Agriculture product और दूसरे सामान को सीधे मैन्युफैक्चरर्र से ग्राहक तक जोड़ा जा सकेगा. मंत्री ने Video conferencing के जरिए covid 19 संकट के दौरान डाक विभाग के काम की समीक्षा की.
उनके मुताबिक प्रवासियों का डेटा लेने, उनके कौशल की जानकारी जुटाने, उनके खाते खोलने और मनरेगा और अन्य सरकारी योजनाओं के तहत भुगतान की सुविधा के लिये भी डाकिया पहला साधन होना चाहिए. वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान चीफ पोस्टमास्टर जनरल ने सेवा वितरण और क्षेत्रीय विशिष्टताओं को बढ़ावा देने वाले कुछ नए मॉडल साझा किये.
Zee Business Live TV
मंत्री ने विभाग के लिये कोरोना वायरस महामारी की स्थिति के बाद कई प्राथमिकता वाले क्षेत्रों का भी जिक्र किया. उन्होंने जोर दिया कि कोरोनो वायरस महामारी से उत्पन्न संकट के दौरान दवाओं और जरूरी सामान को बांटने से मिले अनुभव ने डाक विभाग को इस मॉडल को आगे बढ़ाने का मौका दिया है.
उन्होंने India post को भारतीय आपूर्ति श्रृंखला का ऐसा अगुवा बनने के लिये कहा, जिससे टेली-मेडिसिन, कृषि-उत्पाद, हस्तशिल्प, कारीगर उत्पाद और दूसरे स्थानीय उत्पाद आदि क्षेत्रों में निर्माता से अंतिम खरीदार को जोड़ा जा सके. उन्होंने इसके लिये रणनीतिक योजना तैयार करने के लिये कहा.