BBC Documentary पर विवाद जारी, भारत सरकार के बैन लगाने के बाद भी कई जगह हो रही स्क्रिनिंग, जानें किसने क्या कहा
BBC Documentary on PM Modi: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गुजरात दंगों पर बनी बीबीसी की डॉक्यूमेंट्री को लेकर विवाद जारी है.BBC डाक्यूमेंट्री की स्क्रीनिंग को लेकर दिल्ली पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई है.
BBC Documentary: ब्रिटिश न्यूज सर्विस BBC की एक डॉक्यूमेंट्री पर विवाद बढ़ता जा रहा है. डॉक्यूमेंट्री को भारत सरकार ने बैन कर दिया है, तो वहीं कुछ लोग इस विवादित डॉक्यूमेंट्री की स्क्रीनिंग करना चाहते हैं. हैदराबाद की सेंट्रल यूनिवर्सिटी में इसकी स्क्रीनिंग की जा चुकी है.हैदराबाद सेंट्रल यूनिवर्सिटी के कैंपस में छात्रों के एक गुट ने इस विवादित डॉक्यूमेंट्री की स्क्रीनिंग की. हालांकि पुलिस का कहना है कि अभी तक कोई शिकायत नहीं मिली है.
JNU में 24 जनवरी को डॉक्यूमेंट्री की स्क्रीनिंग हुई रद्द दिल्ली के जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) में छात्रों के एक समूह द्वारा "इंडिया: द मोदी क्वेश्चन" की स्क्रीनिंग के कार्यक्रम को रद्द कर दिया गया है. जेएनयू में आज यानि की 24 जनवरी को बीबीसी की डॉक्यूमेंट्री की स्क्रीनिंग होनी थी. लेकिन शांति भंग होने की आशंका के बीच इस डॉक्यूमेंट्री की स्क्रीनिंग को रद्द कर दिया गया है. डॉक्यूमेंट्री पर अमेरिका का बयान बीबीसी की डॉक्यूमेंट्री पर अमेरिका का बयान सामने आया है. अमेरिका ने कहा है कि BBC की डॉक्यूमेंट्री से परिचित नहीं हैं, भारत के साथ साझा मूल्यों से बहुत परिचित है. BBC की डॉक्यूमेंट्री में क्या है? ये डॉक्यूमेंट्री 2002 गुजरात दंगों पर बनी है. डॉक्यूमेंट्री में 2002 दंगों की जांच का दावा किया गया है कि दंगों को लेकर तत्कालीन CM मोदी पर आरोप है. यह डॉक्यूमेंट्री गुजरात दंगा 2002 पर आधारित है. बीबीसी ने इसको लेकर एक सीरीज तैयार की है. इसका पहला पार्ट शेयर किया गया था. डॉक्यूमेंट्री में 2002 के गुजरात दंगे के समय की सरकार पर सवार खड़े किए गए हैं. इसे लेकर यह विवादों में घिरी है. इस वीडियो के आने के बाद सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने वीडियो को ब्लॉक करने के लिए यूट्यूब और ट्विटर को आदेश दिया था. डॉक्यूमेंट्री पर किरेण रिजिजू का ट्वीट BBC की विवादित डॉक्यूमेंट्री पर किरेण रिजिजू का ट्वीट करके लिखा है कि 'कुछ लोगों के लिए गोरे शासक अभी भी मालिक हैं जिनका भारत पर फैसला अंतिम है न कि भारत के सर्वोच्च न्यायालय का फैसला या भारत के लोगों की इच्छा. भारत में कुछ लोग अभी भी औपनिवेशिक नशा से दूर नहीं हुए हैं. वे लोग बीबीसी को भारत का उच्चतम न्यायालय से ऊपर मानते हैं और अपने नैतिक आकाओं को खुश करने के लिए देश की गरिमा और छवि को किसी भी हद तक गिरा देते हैं.'केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा है कि कुछ लोग BBC को SC से ऊपर मानते हैं.