Independence Day: आम आदमी के जीवन में सरकार की दखलंदाजी खत्म होनी चाहिए- पीएम मोदी
पीएम मोदी ने गुरुवार की सुबह ट्वीट करके सभी देशवासियों को स्वतंत्रता दिवस की बधाई दी है. पीएम मोदी ने ट्विटर पर लिखा है, 'सभी देशवासियों को स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं. जय हिंद!
देश पूरा देश आज 73वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है. इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार सुबह 7:30 बजे लाल किले पर तिरंगा फहराएंगे. वह बतौर प्रधानमंत्री देश को छठी बार देश को संबोधित करेंगे. लाल किला पहुंचने से पहले पीएम मोदी राजघाट पहुंचे और वहां बापू की समाधि पर फूल-माला अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी.
पीएम मोदी ने गुरुवार की सुबह ट्वीट करके सभी देशवासियों को स्वतंत्रता दिवस की बधाई दी है. पीएम मोदी ने ट्विटर पर लिखा है, 'सभी देशवासियों को स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं. जय हिंद!
आजादी के इस पर्व को लेकर दिल्ली समेत पूरे एनसीआर में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए. बड़ी संख्या में सुरक्षा बलों को तैनात किया गया.
राजघाट से प्रधानमंत्री सीधे लाल किला पहुंचे. वहां उन्हें सेना के तीनों अंगों ने सलामी गारद पेश किया. लाल किले पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने प्रधानमंत्री का स्वागत किया.
आज सुबह तेज बारिश होने से मौसम सुहावना हो गया. प्रधानमंत्री को सुनने के लिए बड़ी संख्या में लोग लाल किले पर उपस्थित हुए.
ठीक 7.30 बजे प्रधानमंत्री राष्ट्र को संबोधित करने के लिए लाल किले की प्राचीर पर पहुंचे. पीएम के पहुंचने पर उन्हें 21 तोपों की सलामी दी गई और इस सलामी के साथ प्रधानमंत्री ने तिरंगा झंडा फहराया.
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राष्ट्र को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने सबसे पहले देश में बाढ़ और बारिश से हताहत हुए लोगों को याद किया.
उन्होंने देश की आजादी के दीवानों को याद करते हुए कहा कि हम देश की आजादी के लिए बलि चढ़े राजनेता, सेना के जवान और आम आदमी के लिए हमेशा ऋणी रहेंगे.
उन्होंने कहा कि देश की जनता ने एक बार फिर से उनकी सरकार में विश्वास जताते हुए उन्हें विजय दिलाई. सत्ता में आने के बाद से केंद्र सरकार लगातार देश हित में फैसले ले रहे हैं.
कश्मीर में शांति बहाली और विकास के लिए आर्टिकल 370 में बदलाव किया. मुस्लिम महिलाओं के हितों की रक्षा के लिए तीन तलाक पर कानून लाकर इस बुराई को खत्म करने का काम किया.
केंद्र सरकार ने किसानों के हित में कई बड़े फैसले लिए हैं. इनमें किसान सम्मान योजना एक बड़ा कदम है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि 2014 से 2019 तक देश की जनता ने उन्हें देश की सेवा करने का मौका दिया. इस दौरान उन्होंने आम आदमी के जीवन में आने वाली कठनाइयों को दूर करने के लिए कड़े फैसले लिए और अब इसका नतीजा सामने आ रहा है.
आज जब हम 2019 में देखते हैं तो पाते हैं कि देश का मिजाज बदल चुका है. जनता में एक नया विश्वास देखने को मिला है. इन चुनावों में देखने को मिला कि इस बार न तो मोदी चुनाव लड़ रहा था और न कोई पार्टी. देश की जनता मजबूत लोकतंत्र के लिए मिलकर चुनाव लड़ रही थी.
पीएम मोदी ने कहा कि समाधान हो, संकल्प हो, सामर्थ्य हो और स्वाभिमान हो तब सफलता के आड़े कोई नहीं आ सकता है. और आज देश स्वाभिमान के साथ सफलता की नई ऊंचाइयों को पार करने के लिए, आगे बढ़ने के लिए कृत संकल्प है.
सती प्रथा को खत्म कर सकते हैं तो तीन तलाक को क्यों नहीं
तीन तलाक के खिलाफ कानून पर बोलते हुए पीएम मोदी ने कहा, 'हमारी मुस्लिम बेटियां, हमारी बहनें, उनके सिर पर तीन तलाक की तलवार लटकती थी. वे डरी हुई जिंदगी जीती थीं. दुनिया के कई मुस्लिम देशों ने इस कुप्रथा को खत्म कर दिया था, लेकिन किन्हीं कारणों से हमारी मुस्लिम माता और बहनों को हक देने में हम हिचकिचाते थे. अगर इस देश में हम सती प्रथा को खत्म कर सकते हैं, हम भ्रूण हत्या को खत्म करने के लिए कानून बना सकते हैं, अगर हम बाल विवाह के खिलाफ आवाज उठा सकते हैं, दहेज प्रथा के खिलाफ कठोर कदम उठा सकते हैं, तो क्यों ने तीन तलाक के खिलाफ अवाज उठाएं. इसलिए मुस्लिम बहनों को भी समान अधिकार मिले, इसलिए हमने तीन तलाक को खत्म करने का अहम फैसला लिया.'
जम्मू-कश्मीर के लोगों के सपनों को पूरा करने काम किया है
जम्मू-कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा देने वाले आर्टिकल 370 और धारा 35-ए का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा, 'हम समस्याओं को टालते भी नहीं हैं और न ही समस्याओं को पालते हैं. जो काम पिछले 70 सालों में नहीं हुआ, नई सरकार बनने के बाद 70 दिनों के भीतर आर्टिकल 370 और धारा 35-ए को हटाने का प्रस्ताव भारत के दोनों सदनों ने दो-तिहाई बहुमत से पारित कर दिया. इसका मतलब ये हुआ कि हर किसी के दिल में ये बात बैठी हुई थी, लेकिन शुरूआत कौन करे, आगे कौन आए, शायद इसी का इंतजार था. देशवासियों ने जो काम सौंपा है, मैं वही करने आया हूं, मेरा अपना कुछ नहीं है.'
हम जम्मू-कश्मीर के पुनर्गठन की योजना में भी आगे बढ़े. जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के नागरिकों की आशाएं पूरी हों और उनके सपनों को पंख लगें, इसके लिए जो भी रुकावटें आईं, उन्हें दूर करने का काम किया है.
आजाद हुए हैं जम्मू-कश्मीर के लोग
कश्मीर पर बोलते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि पिछले 70 सालों में इन व्यवस्थाओं ने अलगाववाद को बल दिया है, आतंकवाद को जन्म दिया है, परिवारवाद को पोशा है, और एक प्रकार से भ्रष्टाचार और भेदभाव की नींव को मजबूती देने का ही काम किया है. और इसलिए वहां की महिलाओं को अधिकार मिले, देश के दलितों को जो अधिकार मिलता था, जम्मू-कश्मीर में नहीं मिलता था. जम्मू-कश्मीर की अनेक जनजातियों को भी राजनीतिक अधिकार मिलने चाहिए, हकीकत में धारा 35-ए हटाकर जम्मू-कश्मीर के लोगों का आजादी देने का काम किया है.
आर्टिकल 370 को लेकर कांग्रेस पर हमला
इस मुद्दे पर कांग्रेस पर प्रहार करते हुए उन्होंने कहा कि आज देश पूछ रहा है कि अगर आर्टिकल 370 और धारा 35-ए जम्मू-कश्मीर के लिए इतनी ही अहम थी तो उन्होंने पिछले 70 सालों के राज में इस व्यवस्था को परमानेंट क्यों नहीं किया, अस्थाई व्यवस्था क्यों बनाए रखा. लेकिन इसका मतलब ये है कि वे भी जानते थे कि जो हुआ है वह सही नहीं हुआ, लेकिन सुधार करने की उनमें हिम्मत नहीं थी.
लेकिन आज हर हिंदुस्तानी गर्व के साथ कह सकता है, 'एक राष्ट्र-एक संविधान.' उन्होंने कहा, 'मेरे लिए देश का भविष्य ही सब कुछ है, राजनीतिक भविष्य नहीं.'
छोटा परिवार रखना भी देशभक्ति है
बढ़ती जनसंख्या पर चिंता व्यक्त करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि बेहताशा जनसंख्या विस्फोट हो रहा है और यह जनसंख्या विस्फोट आने वाली पीढ़ी के लिए अनेक संकट पैदा करता है, लेकिन हमारे देश में एक जागरुक वर्ग है जो इस बात को भली-भांति जानता है, वह अपने घर में शिशु के जन्म लेने से पहले सोचता है कि मैं इस बच्चे के सपनों को पूरा करने के लिए खरा उतर पाऊंगा या नहीं. वह वर्ग तमाम बातों को ध्यान में रखता है और अपने परिवार के सीमित रखकर न केवल परिवार का हित सोचता बल्कि राष्ट्र के विकास में भी योगदान देता है. छोटा परिवार रखकर लोग देश भक्ति का अनूठा उदाहरण दे रहे हैं.
उन्होंने कहा कि जो लोग सीमित परिवार में विश्वास रखते हैं उनका सम्मान करते हुए समाज के अन्य वर्गों को भी सीख लेनी चाहिए. क्योंकि हम अशिक्षित समाज नहीं सोच सकते, अस्वस्थ्य समाज के बारे में नहीं सोच सकते. इसलिए हमें छोटे परिवार पर ध्यान देकर परिवार के साथ देश के बारे में भी सोचना चाहिए.
ईज ऑफ लिविंग पर सरकार का जोर
आम आदमी के जीवन में सरकार की दखलंदाजी खत्म होनी चाहिए. ताकि आम आदमी पूरी तरह से आजाद होकर आगे बढ़ सके. उनके जीवन में सरकार का दबाव नहीं होना चाहिए और न ही मुश्किल के समय सरकार का अभाव होना चाहिए. सरकार की भूमिका आम आदमी के जीवन में एक साथी के रूप में होनी चाहिए.
मैंने हर दिन एक गैर जरूरी कानून खत्म किए. पिछले कार्यकाल में लगभग 1450 कानून खत्म किए. सामान्य आदमी के जीवन से कानून का बोझ कम किया जा रहा है. ईज ऑफ लिविंग पर सरकार काम कर रही है. अब नए कार्यकाल में 60 कानूनों का खत्म किया गया.
आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए 100 लाख करोड़
100 लाख करोड़ रुपया आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए खर्च किए जाएंगे. चाहे भारतमाल प्रोजेक्ट हो, या आधुनिक हॉस्पिटल बनवाना हो या रेलमार्ग विकसित करना हो, देश का इंफ्रास्ट्रक्चर आधुनिक बनाया जाएगा.
आज आम आदमी की सोच बदल रही है, अगर हम 5 स्टार रेलवे स्टेशन या आधुनिक बस स्टैंड बना दें, लेकिन आम आदमी फौरन हवाई अड्डे के बारे में पूछता है. आज आदमी पक्की सड़क की जगह 4 या 6 लेन सड़क की बात करता है. आज आदमी डेटा की स्पीड के बारे में पूछता है. इसलिए हमें बदलती सोच के बारे में सोचना होगा.
इसलिए हमें आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर पर तेजी से काम करने की जरूरत है.
5 ट्रिलियन डॉलर इकोनॉमी वाला देश
देश की अर्थव्यवस्था को मजबूत करने का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि 130 करोड़ देशवासी छोटी-छोटी चीजों को लेकर चल पड़ें तो 5 ट्रिलियन डॉलर इकोनॉमी के लक्ष्य को पूरा किया जा सकता है.
उन्होंने कहा कि आजादी के 70 साल बाद हम 2 ट्रिलियन अर्थव्यवस्था वाला देश बने और 2014-2019 में हम लोग 2 से 3 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था पर पहुंच गए. इसलिए आने वाले 5 सालों में हम 5 ट्रिलियन डॉलर अर्थव्यवस्था वाले बन सकते हैं. जब अर्थव्यवस्था बढ़ती है तो आम आदमी का जीवन स्तर भी बदलता है.
क्योंकि दुनिया के छोटे-छोटे देश में जो ताकत होती है, भारत के एक-एक जिले में वह ताकत है. हमें इस सामर्थ्य का इस्तेमाल करना है. हमारे हर जिले की अलग-अलग पहचान है, वह एक एक्पोर्ट हब बन सकता है. हमें ग्लोबल मार्केट के लिए उस जिले के उत्पाद को 'जीरो इफेक्ट, जीरो डिफेक्ट' के स्तर पर लाना है. देश की इस विविधता को दुनिया के सामने लाना होगा.
हमारा देश टूरिस्ट डेस्टिनेशन के लिए दुनिया के सामने उदाहरण बन सकता है. टूरिज्म बढ़ने से देश में निवेश बढ़ता है. हमें यह सोचना होगा कि दुनिया हमारे देश कैसे आए.
डिजिटल पेमेंट पर जोर
पीएम मोदी ने कहा कि जानकारी के लिए टेक्नोलॉजी की जितनी जरूरत है, देश के विकास में भी इस टेक्नोलॉजी का उतना ही योगदान है. हम टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करके देश की अर्थव्यवस्था को मजबूत कर सकते हैं. डिजिटल पेमेंट इसका सबसे अच्छा उदाहरण है. आज हमारा रूपे कार्ड सिंगापुर में भी चल रहा है. यह कार्ड आने वाले दिनों में दुनिया के कई और देशों में इस्तेमाल होगा. देश का डिजिटल प्लेटफॉर्म बड़ी तेजी से उभर रहा है.
उन्होंने कहा कि हमारे गांव की छोटी-छोटी दुकानों में भी, शहर के मॉल में भी हम क्यों न डिजिटल पेमेंट की ओर बल दें. देश की अर्थव्यवस्था के लिए हमें डिजिटल पेमेंट को बढ़ावा देना चाहिए.
पीएम मोदी ने कहा कि अब दुकानों पर 'आज नकद, कल उधार' की जगह, 'डिजिटल पेमेंट को हां-नकद पेमेंट को ना' का बोर्ड लगाना चाहिए.