'गर्म सर्दियों' के लिए हो जाइए तैयार, 122 सालों बाद सबसे ज्यादा गर्मी; IMD ने बताया इस बार क्यों अलग होने वाली है ठंड
IMD ने एक रिपोर्ट पब्लिश की है, जिसमें Winter Outlook- Dec, 23-Feb, 24 के लिए आउटलुक पेश किया गया है. इस रिपोर्ट में मौसम विभाग ने कहा है कि इस बार की सर्दिया औसत से ज्यादा गर्म रहेंगी.
इस बार की सर्दियों में शायद हाड़ कंपाने वाली ठंड न पड़े, जो दांत किटकिटाने वाली ठंड का एहसास शायद इस बार न हो, शायद इस बार की सर्दियों में आपको गर्मी का एहसास हो. भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने एक रिपोर्ट पब्लिश की है, जिसमें Winter Outlook- Dec, 23-Feb, 24 के लिए आउटलुक पेश किया गया है. इस रिपोर्ट में मौसम विभाग ने कहा है कि इस बार की सर्दिया औसत से ज्यादा गर्म रहेंगी.
क्या कहती है मौसम विभाग की रिपोर्ट?
रिपोर्ट के मुताबिक, दिसंबर, 2023 से फरवरी, 2024 तक देश के अधिकांश भागों में मिनिमम टेंपरेचर सामान्य से ऊपर रह सकता है. और अधिकतम तापमान भी सामान्य से ऊपर रह सकता है. यानी पारा थोड़ा ऊपर रहेगा, चाहे मिनिमम टेंपरेचर हो या मैक्सिमम. इसमें कहा गया है कि कुछ क्षेत्रों को छोड़कर केंद्रीय और उत्तर-पश्चिम भारत के कुछ क्षेत्रों में सामान्य से कम अधिकतम तापमान होने की संभावना है. 1901 के बाद से लेकर अब तक सिर्फ 2023 इकलौता साल है, जो इतना गर्म रहा है. अगस्त, सितंबर और नवंबर महीने भी औसत से ज्यादा गर्म रहे हैं.
शीतलहर होगी कम
इस बार शीतलहर भी कम चलने की संभावना है. रिपोर्ट में कहा गया है कि देश के उत्तर, उत्तर पश्चिम, केंद्रीय, पूर्व और उत्तर-पूर्व भागों में ठंडी लहरें सामान्य से कम होने की संभावना है. साथ ही पूर्वी और दक्षिणी भारत में औसत से ज्यादा बारिश की संभावना है. दिसंबर, 2023 के लिए पूर्वी प्रायद्वीपीय भारत के पांच मौसमी उपविभागों में मासिक वर्षा संभावना से सामान्य होने की संभावना सबसे अधिक है. दिसंबर में देश के अधिकांश भागों में मासिक वर्षा संभावना से अधिक > 121% LPA है.
क्या है वजह?
गर्म सर्दियों के पीछे El-Nino का होना है. रिपोर्ट के मुताबिक, इन सर्दियों में मध्यम से तेज अल नीनो की स्थिति बनी रहेगी. अल-नीनो के चलते समुद्री सतह गर्म है और अपने पीक पर पहुंच रही है. हाल के आंकड़ों के मुताबिक, अल नीनो 3.4 क्षेत्र का तापमान औसत से 2.4 डिग्री सेल्सियस ज्यादा था. इसके अलावा, वेस्टर्न डिस्टर्बेंस की वजह से टेंपरेचर ऊपर है.