Brain Stroke: ब्रेन स्ट्रोक की समस्या को न करें नजरअंदाज, एक्सपर्ट से जानें लक्षण और बचाव के तरीके, सर्दियों में रखें खास ख्याल
Stroke symptoms: जब दिमाग के किसी हिस्से में खून की आपूर्ति ब्लॉक हो जाती है या दिमाग में ब्लड वेसेल्स फट जाती है तो स्ट्रोक पड़ता है. इससे इंसान की मौत भी हो जाती है. आइए जानें स्ट्रोक के शुरुआती लक्षण.
Brain Stroke: हैदराबाद में एक 50 साल की महिला ब्यूटी पार्लर में हेयर वॉश कराने गई. हेयर वॉश करने के दौरान अचानक उसे चक्कर और उल्टी की समस्या भी शुरू हो गई. शुरुआत में महिला को गैस्ट्रोएंटेरोलॉजिस्ट (पेट का डॉक्टर) के पास ले जाया गया. लेकिन उसकी तबियत में किसी तरह का कोई सुधार नहीं हुआ. अगले दिन उसे चलने में भी परेशानी होने लगी. तो डॉक्टर ने MRI कराने की सलाह दी. जिसमें यह पता लगा कि महिला को स्ट्रोक हुआ था. फिलहाल वह खतरे से बाहर है. महिला का गर्दन पीछे झुकाए रखने के कारण उसके सेरिबैलम में खून का थक्का जम गया था.महिला की इस सिचुएशन को ब्यूटी पार्लर स्ट्रोक सिंड्रोम बताया है.
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क्या है ब्यूटी पार्लर स्ट्रोक सिंड्रोम डॉक्टर राजेश्वर बताते हैं कि किसी-किसी को हेयर वॉश करते वक्त गर्दन में दर्द या असुविधा महसूस होती है. सैलून में सिर धोने के दौरान गर्दन का हाइपरेक्स्टेंशन वास्तव में कई बार स्ट्रोक का कारण बन सकता है. इसे ब्यूटी पार्लर स्ट्रोक सिंड्रोम कहा जाता है. ये सिंड्रोम 50 से अधिक उम्र की महिलाओं में अधिक देखने को मिल सकता है. सबसे पहले ब्यूटी पार्लर सिंड्रोम का मामला अमेरिका में साल 1993 में सामने आया था.वहां पर जब एक महिला को इसकी शिकायत हुई, तब से इस सिचुएशन को ब्यूटी पार्लर सिंड्रोम नाम दिया जाने लगा. लक्षणों को न करें नजरअंदाज कई महिलाओं में हेड वॉश के दौरान चक्कर आना, मितली और उल्टी के लक्षण देखने को मिलते हैं. ब्यूटी पार्लर स्ट्रोक सिंड्रोम के शुरुआती लक्षण आमतौर पर स्ट्रोक से अलग होते हैं. इसमें पहले हाथों में सुन्न, माइग्रेन पेन, सिरदर्द, धुंधला दिखाई देना और गर्दन में सूजन देखने को मिलते है. कई बार यह सिंड्रोम डेंटिस्ट के पास ट्रीटमेंट करवाते समय, टेनिस खेलते समय या योग करते समय देखने को मिलते हैं. जिन लोगों में कनेक्टिव टिशू या किसी तरह की कमजोरी होती है उनमें यह समस्या ज्यादा देखने को मिलती है. जाने क्या है Brain Stroke जब हमारे पूरे बॉडी में ब्लड पूरे तरह से सप्लाई नहीं हो पाता है तब बॉडी के कुछ हिस्से में ब्लड पहुंच नहीं पाता. कई बार ब्रेन को ब्लड पहुंचाने वाली ब्लड वेसेल्स में ब्लॉकेज आने की वजह से ब्लड नहीं पहुंचता. कई बार ब्लड वेसेल्स फटने की वजह से ब्लड ब्रेन में लीक हो जाता है. जैसे ही ब्रेन में ब्लड नहीं पहुंचता. वह काम करना बंद कर देता है. बस यही कंडीशन Brain Stroke कहलाता है. क्या होती हैं ब्रेन स्ट्रोक की प्रमुख वजह? ब्रेन स्ट्रोक की प्रमुख वजह डायबिटीज, हाइपरटेंशन, हार्ट डिजीज, ब्लड डिजीज, स्मोकिंग, हाई कोलेस्ट्रॉल और तनाव हैं. अत्यधिक अल्कोहल का सेवन भी स्ट्रोक का खतरा पैदा कर सकता है. इसके साथ ही गंभीर बीमारियों से स्ट्रोक का खतरा ज्यादा होता है. स्ट्रोक के शुरुआती लक्षण
- अचानक किसी चीज को बैलेंस करने में परेशानी होना.
- अचानक धुंधलापन या एक आंख में या दोनों आंख में परेशानी हो सकती है.
- मुस्कुराते वक्त फेस का आगे की ओर झुकना
- दोनों हाथों को ऊपर उठाने पर उन्हें एक हाथ में कमजोरी का अनुभव
- बोलने में हकलाहट या बोलने में असमर्थ
ध्यान देने वाली बातें ऐसा होने पर तुरंत नजदीकी अपने डॉक्टर से संपर्क करें. ब्रेन स्ट्रोक आने के पहले 4-5 घंटे में इलाज मिलने से इफेक्ट को काफी हद तक रिकवर किया जा सकता है. सर्दियों में स्ट्रोक का खतरा ज्यादा ठंड के मौसम में ब्लड गाढ़ा हो जाता है. इससे उसके ब्रेन में सही तरह से ब्लड फ्लो नहीं हो पाता. इससे भी स्ट्रोक का खतरा होता है. सर्दी में ज्यादा देर तक बिस्तर पर होते हैं. फिजिकल एक्टिविटी कम हो जाती है. शरीर में ब्लड प्रेशर हाई होता है और ब्रेन स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है. यह करना जरूरी हेल्दी डाइट और बैलेंस डायट लें. जिसमें साबुत अनाज, नट्स, हेल्दी फैट, फल और सब्जियां शामिल हो. हर दिन कम से कम 30 मिनट एक्सरसाइज करें. इससे वेट मैनेज होता है साथ ही हार्ट डिजीज, डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर, कोलेस्ट्रॉल लेवल जैसी अन्य बीमारियों का खतरा नहीं रहता है.शराब और तंबाकू से बचे. इसके साथ ही नियमित डॉक्टर से संपर्क करते रहते.