जल्द शुरू होने जा रहा है कलाकारों का सबसे बड़ा प्लेटफार्म, लोकल से ग्लोबल थीम पर मिलेगा बाजार
कोरोना महामारी के चलते लगभग 5 महीनों के बाद दस्तकारों-शिल्पकारों का "Empowerment exchange", "हुनर हाट" सितम्बर 2020 से "लोकल से ग्लोबल" थीम एवं पहले से ज्यादा दस्तकारों की भागीदारी के साथ शुरू होने जा रहा है.
कोरोना महामारी के चलते लगभग 5 महीनों के बाद दस्तकारों-शिल्पकारों का "Empowerment exchange", "हुनर हाट" सितम्बर 2020 से "लोकल से ग्लोबल" थीम एवं पहले से ज्यादा दस्तकारों की भागीदारी के साथ शुरू होने जा रहा है.
केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने बताया कि पिछले पांच वर्षों में 5 लाख से ज्यादा भारतीय दस्तकारों, शिल्पकारों को रोजगार-रोजगार के अवसर प्रदान करने वाले "हुनर हाट" के दुर्लभ हस्तनिर्मित स्वदेशी सामान लोगों में काफी लोकप्रिय हुए हैं. देश के दूर-दराज के क्षेत्रों के दस्तकारों, शिल्पकारों, कारीगरों, हुनर के उस्तादों को मौका-मार्किट देने वाला "हुनर हाट" स्वदेशी हाथों से बने हुए उत्पादनों का "प्रामाणिक ब्रांड" बन गया है.
फरवरी 2020 में इंडिया गेट पर आयोजित "हुनर हाट" में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अचानक पहुँच कर दस्तकारों-शिल्पकारों का हौसला बढ़ाया था, प्रधानमंत्री मोदी ने "मन की बात" में भी "हुनर हाट" के स्वदेशी उत्पादनों और दस्तकारों के काम की सराहना करते हुए कहा था कि "कुछ दिनों पहले, मैंने, दिल्ली के हुनर हाट में एक छोटी सी जगह में, हमारे देश की विशालता, संस्कृति, परम्पराओं, खानपान और जज्बातों की विविधताओं के दर्शन किये. समूचे भारत की कला और संस्कृति की झलक, वाकई अनोखी ही थी और इनके पीछे, शिल्पकारों की साधना, लगन और अपने हुनर के प्रति प्रेम की कहानियाँ भी, बहुत ही, प्रेरणादायक होती हैं.
केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री ने बताया कि कोरोना के चलते देशव्यापी लॉकडाउन में मिले समय का सदुपयोग कर दस्तकारों, कारीगरों ने अगले "हुनर हाट" की उम्मीद में बड़ी तादाद में अपने हस्तनिर्मित दुर्लभ स्वदेशी सामग्री को तैयार किया है जिसे ये दस्तकार, कारीगर अगले "हुनर हाट" में प्रदर्शनी एवं बिक्री के लिए लाएंगे."हुनर हाट" में सोशल डिस्टेंसिंग, साफ-सफाई, सैनिटाईज़ेशन, मास्क आदि की विशेष व्यवस्था की जाएगी, साथ ही "जान भी जहान भी" पवेलियन होगा जहाँ लोगो को "पैनिक नहीं प्रीकॉशन" की थीम पर जागरूकता पैदा करने वाली जानकारी भी दी जायेगी.
केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय द्वारा अभी तक देश के अलग अलग हिस्सों में दो दर्जन से अधिक "हुनर हाट" का आयोजन किया जा चुका है, जिसमें लाखों दस्तकारों, शिल्पकारों, कारीगरों को रोजगार-रोजगार के अवसर मिले हैं. आने वाले दिनों में चंडीगढ़, दिल्ली, प्रयागराज, भोपाल, जयपुर, हैदराबाद, मुंबई, गुरुग्राम, बेंगलुरु, चेन्नई, कोलकाता, देहरादून, पटना, नागपुर, रायपुर, पुडुचेर्री, अमृतसर, जम्मू, शिमला, गोवा, कोच्चि, गुवाहाटी, भुबनेश्वर, अजमेर, अहमदाबाद, इंदौर, रांची, लखनऊ आदि स्थानों पर "हुनर हाट" का आयोजन किया जायेगा.
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इस बार के "हुनर हाट" का डिजिटल और ऑनलाइन प्रदर्शन भी होगा. साथ ही लोगों को "हुनर हाट" में प्रदर्शित सामान को ऑनलाइन खरीदने की भी सुविधा दी जा रही है. "हुनर हाट" के दस्तकारों और उनके स्वदेशी हस्तनिर्मित उत्पादों को "जेम" (गवर्नमेंट ई मार्केटप्लेस) में रजिस्टर करने की प्रक्रिया शुरू हो गई है. इसके अलावा अलग अलग एक्सपोर्ट काउंसिल दस्तकारों, शिल्पकारों के स्वदेशी उत्पादों को अंतर्राष्ट्रीय मार्किट मुहैया कराने में रूचि दिखा रहे हैं, इससे इन दस्तकारों, शिल्पकारों के स्वदेशी उत्पादों को बड़े पैमाने पर अंतर्राष्ट्रीय मार्किट मिल सकेगा।