Gold Price today: सोना एक ऐसा निवेश जो कभी आपको धोखा नहीं देता. लेकिन, खरीदारी करते वक्त धोखा हो सकता है. इसलिए सोना (Gold) खरीदते टाइम आंखें खुली रखें. धनतेरस, दिवाली के आसपास खरा सोना और गोल्ड ज्वैलरी की खरीदारी बढ़ती है. ज्वैलर्स को उम्मीद है कि इस बार अच्छी बिक्री होगी. सोने का दाम (Gold price today) MCX पर फिलहाल 78,840 रुपए है. वहीं, ज्वैलरी मार्केट 81,000 रुपए के करीब है. लेकिन, आपको अलर्ट रहना है. सोने खरीदते वक्त इसकी शुद्धता का ध्यान रखिएगा. आज हम आपको बताएंगे कि कैसे पता करें सोना असली है या नकली और किस तरह आपको कीमत का पता लगाना है. 

24 कैरेट Gold की नहीं बनती ज्वैलरी

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सबसे पहली बात, असली सोना 24 कैरेट का होता है. यह बेहद मुलायम होता है, इसलिए इसकी ज्वैलरी नहीं बनाई जाती. ज्वैलरी के लिए 22, 18 कैरेट सोने का इस्तेमाल होता है, जिसमें 91.66 फीसदी और 75.0 फीसदी सोना होता है.

हॉलमार्क है पहचान लेकिन कैसे पहचानें?

हॉलमार्क पर 5 अंक होते हैं. सभी कैरेट का हॉलमार्क अलग होता. इससे शुद्धता का पता चलता है. 

कैरेट के हिसाब से शुद्धता का अंक

24 कैरेट- 99.9

23 कैरेट--95.8

22 कैरेट--91.6

21 कैरेट--87.5

18 कैरेट--75.0

17 कैरेट--70.8

14 कैरेट--58.5

9 कैरेट--37.5

कैसे तय होता है Gold Price?

1. कैरेट गोल्ड का मतलब होता हे 1/24 पर्सेंट गोल्ड. आभूषण 22 कैरेट के होते हैं. ऐसे में 22 को 24 से भाग देकर उसे 100 से गुणा करें.

(22/24)x100= 91.66 यानी आपके आभूषण में इस्‍तेमाल सोने की शुद्धता 91.66 फीसदी.

मसलन 24 कैरेट सोने का रेट टीवी पर 81,000 रुपए है और बाजार में इसे खरीदने जाते हैं तो 22 कैरेट सोने का दाम (81,000/24)x22=74250 रुपए होगा. ज्वैलर्स इसमें मेकिंग चार्ज को भी जोड़ देते हैं. ऐसे में यह कीमत और बढ़ सकती है.

2. ऐसे ही 18 कैरेट गोल्ड की कीमत भी तय होगी. (81,000/24)x18=60,750 लेकिन, ये ही सोना ऑफर के साथ देकर ज्वेलर्स ग्राहकों को छलते हैं.

कैसे पहचानें Hallmark?

हॉलमार्क सरकारी गारंटी है. हॉलमार्क का निर्धारण भारत की एकमात्र एजेंसी ब्यूरो ऑफ इंडियन स्टैंडर्ड (BIS) करती है. हॉलमार्किंग में किसी प्रोडक्ट को तय मापदंडों पर प्रमाणित किया जाता है. BIS वह संस्था है, जो उपभोक्ताओं को उपलब्ध कराए जा रहे गुणवत्ता स्तर की जांच करती है. अगर सोना-चांदी हॉलमार्क है तो इसका मतलब है कि उसकी शुद्धता प्रमाणित है. लेकिन, कई ज्वैलर्स बिना जांच प्रकिया पूरी किए ही हॉलमार्क लगा रहे हैं. ऐसे में यह देखना जरूरी है कि हॉलमार्क ओरिजनल है या नहीं? असली हॉलमार्क पर भारतीय मानक ब्यूरो का तिकोना निशान होता है. उस पर हॉलमार्किंग सेंटर के लोगो के साथ सोने की शुद्धता भी लिखी होती है. उसी में ज्वैलरी निर्माण का वर्ष और उत्पादक का लोगो भी होता है.

ऐसे तय होती है सोने की शुद्धता

कुछ केमिकल और एसिड होते हैं, जिनके इस्तेमाल से सोने की गुणवत्ता परखी जा सकती है. सोने के संपर्क में आने के बाद इन पर कोई असर नहीं होता. लेकिन, अशुद्ध सोने के संपर्क में आने पर ये रिएक्ट करते हैं.

सोने में क्या-क्या मिलाया जाता है?

1. निकेल और प्लेटिनम भी समझें

व्हाइट गोल्ड ज्वैलरी अगर आप ले रहे हैं तो निकेल या प्लैटिनम मिक्स के बजाए पैलेडियम मिक्स ज्वैलरी लेना बेहतर होगा. निकेल या प्लैटिनम मिक्स व्हाइट गोल्ड से स्किन एलर्जी होने का खतरा रहता है.

2. केडीएम और तांबे की मिलावट

कई सुनार केडीएम को भी शुद्ध बताकर बेचते हैं, लेकिन इसमें कैडमियम नामक तत्व होता है, जोकि फेफड़ों के लिए हानिकारक होता है. साथ ही, इसमें तांबे की मिलावट भी होती है. इस तरह के फ्रॉड से बचने के लिए आभूषण या सोने की किसी भी वस्‍तु पर अंक जरूर देखें. यहां पर सबसे अहम बात यह है कि अखबारों में प्रतिदिन छपने वाले या टीवी पर दिखाए जाने वाले सोने के दाम 24 कैरेट गोल्‍ड के होते हैं. इसलिए यदि आप 23, 22 या कम कैरेट का सोना खरीद रहे हैं, तो दाम कम होंगे.