इस शहर को छोड़ बाकी बड़े शहरों में बढ़ीं घरों की कीमतें, जानें कितना आया बदलाव
9 प्रमुख शहरों में जुलाई से सितंबर की अवधि के दौरान घरों की बिक्री छह प्रतिशत बढ़कर 51,142 इकाई पर पहुंच गई.
नोटबंदी और रीयल एस्टेट कानून रेरा (RERA) कानून के अमल में आने से रीयल एस्टेट क्षेत्र में काफी सुस्ती देखी जा रही है. लेकिन आरबीआई के ताजा आंकड़ों से पता चलता है कि 10 बड़े शहरों में मकानों की कीमत में तेजी आई है. इस आंकडों के मुताबिक, इस साल अप्रैल-जून तिमाही में देश के 10 बड़े शहरों में घरों की कीमतों में पिछले साल की समान अवधि की तुलना में औसतन 5.3 फीसदी बढ़ोतरी हुई है.
केंद्रीय बैंक ने इस हफ्ते बुधवार को हाउस प्राइस इंडेक्स (एचपीआई) जारी किया. ये आंकड़े चालू वित्तीय वर्ष की पहली तिमाही के हैं. पिछली तिमाही से तुलना करने पर 10 बड़े शहरों में घरों की औसत कीमत 2.5 फीसदी बढ़ी है. इन 10 शहरों में- मुंबई, दिल्ली, चेन्नई, कोलकाता, बेंगलुरु, लखनऊ, अहमदाबाद, जयपुर, कानपुर और कोच्चि हैं.
दिल्ली में कीमतें नहीं बढ़ रहीं!
इकोनॉमिक टाइम्स की खबर के मुताबिक, दिल्ली को छोड़ दूसरे शहरों में सालाना आधार पर घरों की कीमतों में बढ़ोतरी दर्ज की गई है. रीयल एस्टेट कंपनियों के पास बड़ी संख्या में तैयार फ्लैट हैं, लेकिन इनके नहीं बिकने से उनके सामने बड़ा वित्तीय संकट है. आरबीआई के आंकड़ों के मुताबिक, साल दर साल आधार पर पिछली तिमाही में यह 6.7 फीसदी थी. एक साल पहले की समान अवधि में यह 8.7 फीसदी थी.
मांग में आ रही हल्की तेजी
घरों की मांग में सकारात्मक रुझान देखने काम मिला है. देश के 9 प्रमुख शहरों में जुलाई से सितंबर की अवधि के दौरान घरों की बिक्री छह प्रतिशत बढ़कर 51,142 इकाई पर पहुंच गई. रीयल एस्टेट बाजार पर नोटबंदी, रेरा और जीएसटी के बाद बढ़ी मांग से यह वृद्धि हुई है. एक सर्वेक्षण में यह कहा गया. रीयल एस्टेट क्षेत्र में शोध एवं आकलन करने वाली कंपनी प्रॉपइक्विटी ने नौ शहरों गुड़गांव, नोएडा, मुंबई, कोलकाता, पुणे, हैदराबाद, बेंगलुरू, थाणे और चेन्नई के आंकड़ों के आधार पर रिपोर्ट तैयार की है.