हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव परिणामों (Himachal Pradesh Election Results) के लिए वोटों की गिनती सुबह 8 बजे से शुरू हो चुकी है. हिमाचल प्रदेश का रिवाज रहा है कि वहां हर पांच साल बाद सत्‍ता बदल जाती है. इस रिवाज के हिसाब से देखें तो हिमाचल प्रदेश में इस बार कांग्रेस की सरकार (Congress Govt in Himachal Pradesh) बननी चाहिए. फिलहाल रुझानों में भी कांग्रेस ने बढ़त बनाई हुई है. लेकिन कांग्रेस को अगर बहुमत मिला तो मुख्‍यमंत्री कौन होगा, ये अभी भी एक पहेली है. सीएम पद की रेस में कई लोगों के नाम शामिल हैं. यहां जानिए उन लोगों के नाम जिन्‍हें सीएम पद का बड़ा दावेदार माना जा रहा है. 

प्रतिभा सिंह

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6 बार हिमाचल प्रदेश के मुख्‍यमंत्री रह चुके वीरभद्र सिंह की पत्नी प्रतिभा सिंह को मुख्‍यमंत्री को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता क्‍योंकि कांग्रेस ने वीरभद्र सिंह के चेहरे का इस्तेमाल पूरे प्रचार अभियान में किया था. प्रतिभा सिंह कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष भी हैं. उन्‍होंने वीरभद्र सिंह की विरासत के तौर पर सीएम पद का दावा किया है.

सुखविंदर सिंह सुक्खू

सुखविंदर सिंह सुक्खू को इस बार प्रचार समिति का प्रमुख बनाया गया था. सुक्खू पूर्व प्रदेश अध्यक्ष रह चुके हैं.  सुक्खू को राहुल गांधी की पसंद माना जाता है. लेकिन  उनके राजा वीरभद्र से मतभेद थे, ऐसे में प्रतिभा सिंह और सुक्‍खू मुख्‍यमंत्री की रेस में आमने-सामने आ सकते हैं. 

मुकेश अग्निहोत्री

मुकेश अग्निहोत्री को प्रतिभा सिंह का करीबी माना जाता है. वे वीरभद्र सिंह की सरकार में मंत्री भी रह चुके हैं. माना जा रहा है पूर्व मुख्यमंत्री दिवंगत वीरभद्र सिंह की पत्नी प्रतिभा सिंह मुकेश अग्निहोत्री के नाम को भी आगे बढ़ा सकती हैं.

ठाकुर कौल सिंह

77 साल के ठाकुर कौल सिंह का नाम हिमाच के दिग्‍गज नेताओं में शामिल है. वे हिमाचल कांग्रेस के सबसे वरिष्ठ नेता है और मंडी जिले की दरंग सीट से आठ बार विधायक चुने जा चुके हैं,  राजा वीरभद्र सिंह के निधन के बाद वे प्रतिभा सिंह के समर्थन में मजबूती से खड़े रहे हैं. उनके नाम को भी आगे बढ़ाया जा सकता है. 

आशा कुमारी

आशा कुमारी  छत्तीसगढ़ सरकार में मंत्री टी.एस. सिंह देव की बहन हैं. वे पंजाब कांग्रेस की प्रभारी रह चुकी हैं, साथ ही चंबा जिले की डलहौजी सीट से छह बार विधायक रह चुकी हैं. छत्तीसगढ़ में टी.एस. सिंह देव को सीएम की कुर्सी न मिल पाने की भरपाई हिमाचल में की जा सकती है.

सीएम रेस में इनके भी नाम

इन पांच नामों के अलावा हर्षवर्धन चौहान,  राजेश धर्माणी के नामों की भी चर्चा है. हर्षवर्धन चौहान सिरमौर जिले की शिलाई सीट से पांच बार के विधायक रह चुके हैं. वहीं राजेश धर्माणी बिलासपुर की घुमारवीं सीट से दो बार विधायक रह चुके हैं. हालांकि वो पिछला चुनाव हार गए थे. लेकिन उन्‍हें राहुल गांधी का करीबी माना जाता है.