Heatwave Alert: भीषण गर्मी से लोगों का हाल बेहाल है. राजधानी दिल्ली में अब तक कई लोगों की गर्मी से जान जा चुकी है. तपती धूप, लू की वजह से लोग हीट स्ट्रोक का शिकार हो रहे हैं. इस बीच RML अस्पताल में 2 दिनों मे हीट स्ट्रोक (Heat Stroke) से 5 मरीजों की मौत हो चुकी है, जिनमें 12 मरीज वेंटिलेटर पर हैं. तो वहीं 4 मरीज सफरदरजंग अस्पताल में इलाज करा रहे थे. अभी इन दोनों अस्पतालों में हीट स्ट्रोक से पीड़ित कई लोग वेंटिलेटर पर हैं. मौसम विभाग के अनुसार, आने वाले दिन में और भी गंभीर लू आ सकती है. यानी लोगों का बाहर निकलना मुश्किल होने वाला है. 

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मई के महीने में इतनी गर्मी नहीं थी कि जून ने लोगों की हीट स्ट्रोक (Heat Stroke in Delhi) से हालत खराब कर दी है. चिलचिलाती गर्मी अब लोगों के लिए जानलेवा बनती जा रही है. यूपी, राजस्थान के बाद अब दिल्ली में भी चिलचिलाती गर्मी से मौतें होने का सिलसिला शुरू होने लगा है. 

दो दिन में भर्ती हुए 23 मरीज

दो दिन में ही 23 मरीज गर्मी की वजह से अस्पताल में भर्ती हुए हैं. मरीजों को लू लगने पर आरएमएल अस्पताल और सफरदजंग अस्पताल में भर्ती कराया गया था. RML में अब तक गर्मी मे 50 मामले सामने आए हैं. 

उत्तर प्रदेश के लिए IMD का अलर्ट 

मौसम विभाग के अनुसार, उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में 20 जून, 2024 को लू से लेकर गंभीर हीट स्ट्रोक की स्थिति होने की संभावना है. इतना ही नहीं, आज के मौसम की बात करें तो उत्तर प्रदेश के कई हिस्सों में आज लू से लेकर गंभीर हीट स्ट्रोक की स्थिति होने की संभावना है तथा जम्मू संभाग, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा-चंडीगढ़-दिल्ली, बिहार, झारखंड और ओडिशा के अलग-अलग हिस्सों में उष्ण लहर की स्थिति होने की संभावना है.

यहां से मिली अच्छी खबर

IMD के अनुसार, कोस्टल कर्नाटका में भारी से भारी बारिश देखने की संभावना है. भारिश की मात्रा 115.5-204.4 mm के बीच हो सकती है 21 से 23 जून तक.

हीट स्‍ट्रोक के गंभीर लक्षण

हीट स्‍ट्रोक की स्थिति अगर गंभीर रूप ले ले, तो फौरन मेडिकल अटेंशन की जरूरत होती है. जरा सी लापरवाही से आपकी जिंदगी भी जोखिम में पड़ सकती है. आप लक्षणों से हीट स्‍ट्रोक की पहचान कर सकते हैं. ये हैं हीट स्‍ट्रोक के लक्षण-

शरीर का तापमान 104 डिग्री या इससे ज्‍यादा होना

  • शरीर से पसीना निकलना बंद हो जाना
  • दिल की धड़कन तेज हो जाना
  • कंफ्यूजन, असंतुलन और दौरे की स्थिति
  • डायरिया की समस्‍या
  • त्‍वचा पर चकत्‍ते
  • तेज सिरदर्द
  • मांसपेशियों में अकड़न, कमजोरी 
  • चक्‍कर या बेहोशी आदि

हीट स्‍ट्रोक की समस्‍या होने पर क्‍या करें

  • खुद डॉक्‍टर न बनें. बिना देर किए डॉक्‍टर को दिखाएं और उनके निर्देशों का पालन करें.
  • शरीर का तापमान 101 से 102 भी पहुंचे तो समझ जाइए कि ये हीट स्ट्रोक का असर है. ऐसे में घर के कूलर पंखे चलाकर बर्फ की पट्टियां रखें. 
  • इलेक्ट्रॉल या नमक और चीनी का पानी थोड़ी थोड़ी देर में मरीज को पिलाते रहें. शरीर में पानी की कमी न होने दें.
  • बच्चों को उल्टी दस्त हों तो ओआरएस का घोल थोड़ी-थोड़ी देर में दें.
  • खाना हल्का व सुपाच्य लें जैसे खिचड़ी, दलिया आदि लें.
  • हीट स्‍ट्रोक से बचने के लिए क्‍या करें?
  • विशेषज्ञ का कहना है कि हीट स्‍ट्रोक की समस्‍या से बचाव करना है तो पारा 40 पार होते ही अलर्ट हो जाएं और अपने खानपान वगैरह को लेकर विशेष रूप से सावधानी बरतें. 
  • ज्यादा से ज्यादा पानी और लिक्विड डाइट जैसे छाछ, लस्सी, कच्चा आम का पना, शिकंजी, नारियल पानी वगैरह लें. ज्यादा तेल, मसाला और गरिष्ठ भोजन व बाहर खाने से बचें. 
  • ढीले कपड़े पहनें. तेज धूप में निकलने से बचें और अगर निकलना बहुत जरूरी हो तो शरीर को अच्छी तरह कवर करके और घर से पानी पीने के बाद निकलें. 
  • छतरी अपने साथ रखें और सिर, मुंह और शरीर के अन्‍य अंगों को अच्‍छे से कपड़े से कवर करके रखें. आंखों पर सनग्‍लासेज का इस्‍तेमाल करें.
  • पानी या शिकंजी को अपने साथ रखें. धूप से आकर तुरंत पानी या कुछ ठंडा न लें. 
  • गर्मी के कारण थोड़ी भी समस्‍या हो तो तुरंत डॉक्‍टर को दिखाएं. लापरवाही न करें.