लॉकडाउन (Lockdown) में वैसे तो सभी लोगों को कुछ न कुछ परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है लेकिन, कैंसर और डायलिसिस के मरीजों के सामने ज्यादा दिक्कतें आ रही हैं. देश के ज्यादातर अस्पतालों में कोविड-19 के मरीजों के इलाज के लिए विशेष इंतजाम किए हैं, अन्य बीमारियों के इलाज पर कम ही ध्यान दिया जा रहा है. ऐसे में स्वास्थ्य मंत्रालय ने गंभीर बीमारियों के इलाज के लिए विशेष दिशा-निर्देश जारी किए हैं.

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स्वास्थ्य मंत्रालय (Health Ministry) के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल (Lav Agrawal) ने बताया कि मंत्रालय ने सभी राज्यों को दिशा-निर्देश जारी किए हैं कि जब हम COVID-19 पर ध्यान दे रहे हैं, तो अन्य सभी सेवाओं पर भी ध्यान देने की जरूरत होती है.

उन्होंने मीडिया को बताया कि राज्य सरकार को जारी दिशा-निर्देशों में डायलिसिस, एचआईवी या कैंसर के उपचार (cancer treatments) के लिए जरूरी सुविधाएं दिए जाने की बात कही गई है, ताकि किसी मरीज के इलाज में कोई परेशानी न हो.

 

उन्होंने बताया कि कई जगहों से ऐसे समाचार मिले हैं जहां कैंसर (cancer) या डायलिसिस (dialysis) के मरीजों को इलाज में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. 

ब्लड बैंक के विशेष इंताजम

इस बीच सरकार ने खून की कमी को दूर करने के लिए विशेष इंतजाम किए हैं. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर हर्षवर्धन ने सभी राज्यों और संघ शासित प्रदेशों को ब्लड बैंकों में ब्लड की उपलब्धता को सुनिश्चित करने के लिए कहा है. 

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सरकार ने ऑनलाइन पोर्टल ई-रक्त कोष (E-blood kosh) के जरिए सभी ब्लड बैंकों के वर्तमान स्टॉक के स्टेट्स की समीक्षा भी शरू कर दी है. इस बीच भारतीय रेड क्रास (Indian Red Cross) ने दिल्ली में जरूरत मंद लोगों को ब्लड उपलब्ध कराने के लिए एक कंट्रोलरूम शुरू किया है.