कोविड-19 महामारी (Covid-19 Pandemic) के चलते पूरे देश में लॉकडाउन (Lockdown) है. तमाम काम-धंधे बंद होने से खाने-पीने की चीजों की सप्लाई पर भी असर पड़ा है. खासकर उस किसानों पर इसका ज्यादा असर देखने को मिला है जो दूध की सप्लाई (Milk Supply) का काम करते हैं.

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ढाबों, चाय की दुकान, होटल, हलवाई की दुकान बंद होने से दूध की डिमांड (Milk Demand) 50 परसेंट से ज्यादा गिर गई है. इसलिए किसानों को उनके दूध के सही दाम नहीं मिल रहे हैं.

डेयरी किसानों (Dairy Farming) की इस समस्या को देखते हुए हरियाणा सरकार ने एक बड़ा कदम उठाया है. राज्य सरकार ने दूध की खरीद डेयरी सहकारी समितियों के माध्यम से दूध खरीदने का फैसला लिया है. सरकार ने दूध की प्रोसेसिंग भी बढ़ा दी है.

रोजाना 8 लाख लीटर दूध की खरीद

हरियाणा डेयरी विकास सहकारी फेडरेशन (Dairy Development Cooperative Federation) सहकारी समितियों के माध्यम से रोजाना 8 लाख लीटर दूध खरीद रही है. खरीदे गए दूध की प्रोसेसिंग की जा रही है. 

हरियाणा (Haryana) डेयरी फेडरेशन ने पंचकूला, फरीदाबाद और गुरूग्राम में वीटा दूध और दूध प्रोडक्ट्स की ऑनलाइन डिलीवरी के लिए स्विगी के साथ समझौता भी किया है.

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फेडरेशन ने बताया कि सभी वीटा मिल्क बार (Vita Milk Bar), मिल्क बूथ और रिटेल प्वाइंट्स को सेनिटाइज किया जा रहा है. वीटा मिल्क प्लांट, कुरुक्षेत्र से कुरुक्षेत्र समेत चार जिलों के लोगों को दूध की सप्लाई की जा रही है.