भारतीय मूल की Sunita Williams का 56वां जन्मदिन, जानिए अंतरिक्ष में 195वें दिन रहने वाली सुनीता का इतिहास
Sunita Williams Birthday: भारतीय मूल की अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स आज 56 वां जन्मदिन है. उन्होंने अंतरिक्ष में 195 दिन से भी ज्यादा समय तक रहने का रिकॉर्ड बनाया था.
Sunita Williams Birthday: भारतीय मूल की अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स का आज 56 वां जन्मदिन है. नासा ने उन्हें अंतरिक्ष यात्रा पर भेजा था. सुनीता विलियम्स ने एक अंतरिक्ष यात्री के रूप में 195 दिन तक अंतरिक्ष में रहने का विश्व रिकॉर्ड बनाया था. इसके साथ ही एक महिला यात्री के तौर पर सबसे ज्यादा बार अंतरिक्ष में चहलकदमी करने का रिकार्ड भी उनके नाम है. उन्होंने शैनौन ल्यूसिड के बनाए 188 दिन और 4 घंटे के रिकॉर्ड को तोड़ दिया था. सुनीता विभिन्न अभियानों में कुल 321 दिन 17 घंटे और 15 मिनट अंतरिक्ष में रहीं. विलियम्स कल्पना चावला के बाद अंतरिक्ष में जाने वाली भारतीय मूल की दूसरी अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री हैं, जिनकी कोलंबिया के अंतरिक्ष यान दुर्घटना में मौत हो गई थी.
भारतीय मूल की दूसरी अंतरिक्ष महिला यात्री
सुनीता भारतीय मूल की दूसरी अंतरिक्ष महिला यात्री हैं. पहली महिला अंतरिक्ष यात्री कल्पना चावला थीं. सुनीता गुजरात के अहमदाबाद की रहने वाली थीं. उनके पिता दीपक पाण्डया अमेरिका में डॉक्टर हैं. सुनीता जन्म 19 सितंबर, 1965 को अमेरिका के ओहियो राज्य में यूक्लिड नगर(क्लीवलैंड) में हुआ था. सुनीता ने मैसाचुसेट्स से हाईस्कूल पास करने के बाद 1987 में संयुक्त राष्ट्र की नौसैनिक अकादमी से फिजिकल साइंस में बीएससी(ग्रेजुएशन) किया. इसके बाद 1995 में फ्लोरिडा इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी से इंजीनियरिंग मैनेजमेंट में एमएस किया. सुनीता के माता-पिता 1958 में अहमदाबाद से अमेरिका के बोस्टन में आकर बस गए थे.
शुरूआती दौर में चलाया हेलिकॉप्टर
सुनीता ने अपने सहपाठी रहे माइकल जे विलियम्स से शादी की थी. माइकल एक संघीय पुलिस अधिकारी हैं. सुनीता नौसेना पोत चालक, हेलिकॉप्टर पायलट, पेशेवर नौसैनिक, गोताखोर, तैराक, मैराथन धावक आदि में भी परिपक्व रही हैं. इन दोनों ने ही अपने करियर के शुरुआती दौर में हेलीकॉप्टर चलाया है. उन्हें दौड़, तैराकी, बाइकिंग, विंडसर्फिंग, स्नोबोर्डिंग और बो हुन्तिंग का भी शौक है.
योगदान के लिए पद्म भूषण से सम्मानित
सुनीता विलियम्स का जून 1998 में अमेरिका की अंतरिक्ष एजेंसी नासा में चयन हुआ था. 9 दिसंबर 2006 को सुनीता विलियम्स पहली बार स्पेस में गईं. उन्हें इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन में भेजे गए 14वें शटल डिस्कवरी के साथ रवाना किया गया था. इस दौरान वे अपने साथ श्रीमद्भागवत गीता ले गई थीं. पहली बार अंतरिक्ष मिशन पर 2003 की शुरुआत में कोलंबिया हादसे के दौरान कल्पना चावला सहित कई अंतरिक्ष यात्रियों की मौत हो गई थी.
पुरस्कार और सम्मान
सुनीता विलियम्स नौसेना पोत चालक, हेलीकाप्टर पायलट, पेशेवर नौसैनिक, पशु-प्रेमी, मैराथन धाविका और अंतरिक्ष यात्री एवं विश्व-कीर्तिमान धारक हैं. अपने कार्यक्षेत्र में उपलब्धियों के लिए उन्हें कई सम्मान मिले हैं
नेवी कमेंडेशन मेडल
नेवी एंड मैरीन कॉर्प एचीवमेंट मेडल
ह्यूमैनिटेरियन सर्विस मेडल
मेडल फॉर मेरिट इन स्पेस एक्स्प्लोरेशन
2008- भारत सरकार ने पद्म भूषण से सम्मानित
2013- गुजरात विश्वविद्यालय ने डॉक्टरेट की मानद उपाधि
2013- स्लोवेनिया द्वारा ‘गोल्डन आर्डर फॉर मेरिट्स’
रिकॉर्ड
सुनीता विलियम्स अपनी पहली अंतरिक्ष यात्रा के दौरान 321 दिन 17 घंटे और 15 मिनट अंतरिक्ष में रहीं और उन्होंने विश्व में रिकॉर्ड बनाया.
सबसे ज्यादा स्पेसवॉक करने वाली पहली महिला अंतरिक्ष यात्री हैं. उनके द्वारा किए गए 7 स्पेसवॉक की कुल अवधि 50 घंटा 40 मिनट की थी.
01:23 PM IST