सरकार ने 23 नवंबर तक प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना (PMMVY- Pradhan Mantri Matru Vandana Yojana) के तहत प्रत्यक्ष लाभ अंतरण (DBT) के जरिए पात्र माताओं को 1,600 करोड़ रुपये दिए हैं. फाइनेंशियल इंक्‍लूजन के लिए प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल करने वाले डिजिटल वित्तीय समावेशन केंद्र (CDFI) ने यह जानकारी दी.

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सीडीएफआई ने कहा कि 48.5 लाख महिलाओं के खाते में प्रत्यक्ष लाभ अंतरण के तहत 16,04,66,63,000 रुपये डाले गए. गैर-सरकारी संगठन सीडीएफआई ने साझा ऐप्लिकेशन सॉफ्टवेयर पीएमएमवीवाई-सीएएस (साझा ऐप्लिकेशन सेंटर) को विकसित और क्रियान्वित किया है. इस प्रणाली के जरिए ही धन राशि का वितरण किया गया.

PMMVY के तहत मिलती है 5,000 रुपये की प्रोत्‍साहन राशि

1 जनवरी, 2017 को लागू इस योजना के तहत पहले बच्चे के लिए गर्भवती एवं स्तनपान कराने वाली महिलाओं को 5,000 रुपये की प्रोत्साहन राशि उपलब्ध कराई जाती है. यह प्रोत्साहन राशि 3 किस्तों में दी जाती है. इसके तहत पैसे लाभार्थी महिलाओं के बैंक या पोस्‍ट ऑफिस के खाते में आ जाते हैं. PMMVY की शुरुआत इसलिए की गई थी ताकि महिलाओं के साथ-साथ नवजात भी स्‍वस्‍थ हो और उसके पोषण की व्‍यवस्‍था की जा सके.

क्‍यों लागू की गई प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना?

ज्‍यादातर मामलों में गरीब महिलाएं अपने पारिवार के जीवनयापन के लिए गर्भावस्‍था के अंत समय तक काम करना जारी रखती हैं. इसके अलावा, भले ही उनका शरीर साथ न देता हो, वे काम पर लग जाती हैं. इससे इन केवल बच्‍चों का स्‍तनपान प्रभावित होता है बल्कि बच्‍चे को जन्‍म देने वाली मां का स्‍वास्‍थ्‍य भी प्रभावित होता है. प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना ऐसी महिलाओं के कल्‍याण के लिए शुरू किया गया है.