Diwali Gifts Expirt Date: हाल ही में दिवाली का त्योहार निकला है. दिवाली के समय आपके पास कई लोगों की तरफ से गिफ्ट्स आए होंगे और आपने भी अपने रिश्तेदारों, दोस्तों या जान-पहचान के लोगों को दिवाली के गिफ्ट्स दिए होंगे. अक्सर त्योहारों की रौनक, चकाचौंध, समय की कमी और सामान की अच्छी पैकेजिंग की वजह से हम उस सामान की डीटेल नहीं ले पाते. डीटेल में उसकी एक्सपायरी डेट, मैन्यूफैक्चरिंग देश और ISI मार्क जैसे बातों पर गौर नहीं फरमाते हैं और इसी का फायदा दुकानदार और कंपनियां उठाती हैं. वैसे तो त्योहारों के दिनों इस तरह की मिलावट और एक्सपायरी डेट पास गिफ्ट्स को आम लोगों के बीच उतारना कॉमन है लेकिन बड़े नेतागण भी इससे अछूते नहीं है. इसके प्रति जागरुकता फैलाने के लिए सरकार की ओर से एक बैठक बुलाई गई है. 

जागरुक अभियान पर हो रहा विचार

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ज़ी बिजनेस को मिली एक्सक्लूसिव जानकारी के मुताबिक, सरकार इसके प्रति जागरुकता फैलाने के लिए जागरुक अभियान चलाने पर काम कर रही है. सरकार जल्द इसके लिए रेगुलेश के फ्रेमवर्क पर काम कर रही है. इसके लिए सरकार की ओर से रेगुलेटरी अथॉरिटी के साथ बैठक बुलाई गई है और सूत्रों की माने तो 8 नवंबर को ये बैठक हो सकती है. 

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इस बैठक ये कंपनियां होंगी शामिल

ज़ी बिजनेस को मिली जानकारी के मुताबिक, इस बैठक में BIS, FSSAI, QCI, Consumer Affairs मंत्रालय के अधिकारी शामिल हो सकते हैं. इस बैठक में रेगुलेटरी अथॉरिटी के साथ मिलकर इस बात पर चर्चा होगी कि एक्सपायर माल पर कैसे रोक लगाई जाए. 

क्या है पूरा मामला 

बता दें कि त्योहार के आसपास गिफ्टी और गिफ्ट हैम्पर में देखने को मिला है कि जो प्रोडक्ट पैकिंग में है, उसकी एक्सपायरी लगभग आ चुकी है. MNCs के नाम पर कुछ भी खरीदने से पहले ग्राहकों को बेसिक डीटेल्स पता होना चाहिए. ऐसे कई मामले सामने आए हैं, जिसमें छोटे और लोकल पैकिंग में भी एक्सपायरी डेट के आसपास का माल है. 

इतना ही नहीं उपभोक्ता मंत्रालय के मंत्री पीयूष गोयल के साथ भी ऐसा ही मामला हुआ है. केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल के पास कई दिवाली गिफ्ट्स आए लेकिन उनमें से कुछ पैकेज की एक्सपायरी डेट आसपास ही थी और कुछ गिफ्ट्स पर मैन्यूफैक्चरिंग देश का नाम छुपाकर भारत के नाम की पर्ची चिपकी हुई थी.