Broken Rice Export: सरकार ने घरेलू सप्लाई बढ़ने से कीमतों के नरम पड़ने के बाद टूटे चावल (Broken Rice) सहित ऑर्गेनिक नॉन-बासमती चावल (Organic Non-Basmati Rice) के एक्सपोर्ट से प्रतिबंध हटा लिया है. सरकार ने घरेलू उपलब्धता बढ़ाने के उद्देश्य से सितंबर की शुरुआत में ब्रोकन राइस के एक्सपोर्ट पर प्रतिबंध लगा दिया था. इसके बाद नॉन-बासमती चावल (Non-Basmati Rice) के एक्सपोर्ट पर 20% का शुल्क लगाया गया, जिसका उद्देश्य खुदरा बाजारों में कीमतों के बढ़ने के बाद इनकी घरेलू आपूर्ति को बढ़ाना था.

Broken Rice का किया जा सकता है एक्सपोर्ट

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एक नोटिफिकेशन में, विदेश व्यापार महानिदेशालय (DGFT) ने कहा कि ऑर्गेनिक नॉन- बासमती ब्रोकन राइस सहित ऑर्गेनिक नॉन-बासमती चावल का निर्यात अब सितंबर में लागू प्रतिबंध से पहले के नियमों द्वारा प्रशासित होगा.

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ऑल इंडिया राइस एक्सपोर्टर्स एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष विजय सेतिया ने कहा कि ऑर्गेनिक बासमती और नॉन-बासमती चावल का निर्यात पिछले 4-5 वर्षों में तेजी से बढ़ रहा था और सरकार ने प्रतिबंध हटाने के लिए सही कदम उठाया है.

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