क्या आप भी खा रहे हैं नकली दवा? सरकार की जांच में 51 दवाओं के सैंपल फेल, तीन दवाएं फर्ज़ी निकलीं
हाल ही में सरकार ने अपनी वेबसाइट पर दवाओं की जांच की रिपोर्ट जारी की है. ड्रग डिपार्टमेंट ने जो सैंपल जांच किये हैं, उनमें से 51 सैंपल क्वालिटी टेस्ट में फेल हो गए और तीन सैंपल ऐसे भी हैं जो पूरी तरह नकली हैं.
Drugs Alert: सरकार समय समय पर दवाओं के सैंपल मार्केट से उठाकर चेक करती है और हर महीने उसकी एक रिपोर्ट भी जारी करती है. ऐसे में एक बार फिर दवा कंपनियां सरकार के सवालों के घेरे में हैं. हाल ही में सरकार ने अपनी वेबसाइट पर दवाओं की जांच की रिपोर्ट जारी की है, उसे देखकर आप बीमार महसूस कर सकते हैं. हो सकता है कि जो दवा आप इलाज के लिए लाए हों उसकी क्वालिटी भी सवालों के घेरे में आ चुकी हो. जुलाई महीने में चेक की गई दवाओं की रिपोर्ट अगस्त में जारी की गई है. सरकार के ड्रग डिपार्टमेंट ने जो सैंपल जांच के लिए उठाए थे, उनमें से 51 सैंपल क्वालिटी टेस्ट में फेल हो गए हैं.
ये दवाएं हुई फेल
सरकार के टेस्ट में जो दवाएं फेल हुई हैं उनमें एसीडिटी कम करने की दवा, बुखार की दवा, एंटीबायोटिक और कई ऐसी दवाएं शामिल हैं जो लोग केमिस्ट से लेकर खा लेते हैं. इसमें एंटीबायोटिक दवा Amoxycillin & Potassium Clavulanate Tablet, हाई ब्लड प्रेशर के इलाज की दवा AMLODIPINE AND ATENOLOL, डायबिटीज़ की दवा Metformin Hydrochloride, एसिडिटी कम करने की दवा Rabeprazole, और Folic Acid की दवा भी शामिल हैं.
तीन दवाएं फर्ज़ी
Pantoprazole Gastro Resistant Tablets IP यानी PAN 40 के नाम से बिक रही बड़ी दवा के फर्जी होने का शक जताया गया है. इसके अलावा Pantoprazole Gastro Resistant and Domperidone Prolonged Release Capsules शामिल है, इसे बाजार में Pan D के नाम से बेचा जा रहा है.
इन तीनों दवाओं के निर्माताओं ने सरकार को बताया है कि जो बैच नंबर चेक किया गया है वो बैच उन्होंने बनाया ही नहीं, यानी ये फर्ज़ी हो सकती हैं. हालांकि इस मामले की भी जांच चल रही है जिससे सच झूठ का पता चल सके.
जुलाई के महीने में चेक किए गए कुल सैंपल थे - 1306
सैंपल क्वालिटी टेस्ट में पास हुए - 1252
जो सैंपल पास नहीं हुए उनकी संख्या है - 51
3 सैंपल ऐसे भी हैं जो स्पूरियस यानी पूरी तरह नकली मिले
नकली दवाइयां बहुत सी परेशानियों को अंजाम दे सकती हैं, क्योंकि हमारी सोसाइटी में बड़ी संख्या में लोग बिना डॉक्टर से कंसल्ट किए केमिस्ट से दवाइयां खरीदकर खा लेते हैं. इसलिए फर्जी दवाइयों पर लगाम लगाना बहुत जरूरी है.