Campaign against adulteration: त्योहारी सीजन में मिलावट के खिलाफ सरकार ने बड़ा अभियान चलाया है. इस अभियान के तहत कार्रवाई करते हुए सरकार ने 27,500 लीटर खाने का तेल जब्त किया है. भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण (FSSAI) ने खाद्य तेलों में मिलावट के खिलाफ अभियान 1 अगस्त से 14 अगस्त के बीच चलाया. बता दें कि त्योहारों का सीजन शुरू हो गया. ऐसे में खाने की डिमांड काफी रहती है. डिमांड को देखते हुए खाने के तेल साथ खाने-पीने की चीजों में मिलावट बढ़ जाती है.

यहां जब्त हुआ सबसे अधिक मिलावटी खाने का तेल

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उत्तर प्रदेश में सबसे अधिक 21,865 लीटर खुला खाने का तेल, राजस्थान में 5,360 लीटर और तमिलनाडु में लगभग 205 लीटर खाद्य तेल जब्त किया गया है. वहीं, आंध्र प्रदेश और छत्तीसगढ़ में जब्त कुल खाद्यतेल की मात्रा क्रमश: 75 लीटर और 25 लीटर है

एफएसएसएआई (FSSAI) ने कहा कि उसने खाद्य तेलों (एक घटक के रूप में सिंगल ऑयल), ट्रांस-फैटी एसिड और उचित लेबलिंग के बिना मल्टी-सोर्स एडिबल ऑयल की बिक्री में मिलावट के खिलाफ राष्ट्रव्यापी अभियान का समापन कर दिया है.

1 से 14 अगस्त के बीच चलाया गया अभियान

यह व्यापक निगरानी अभियान एक से 14 अगस्त के बीच चलाया गया था. इस दौरान 35 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में वनस्पति तेलों, मल्टी-सोर्स एडिबल ऑयल्स और वनस्पति के कुल 4,845 निगरानी नमूने एकत्र किए गए थे. नियामक के अनुसार, नमूने विश्लेषण के लिए मान्यता प्राप्त फूड टेस्टिंग लैबोरेट्रीजमें भेजे गए हैं और अगले कुछ दिनों में रिजल्ट आने की उम्मीद है.

FSSAI ने कहा, मिलावट के किसी भी संदिग्ध मामले के बाद ऐसे एफबीओ (फूड बिजनेस ऑपरेटर्स) के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने के लिए नियामक सैंपल तत्काल लिए जाएंगे.