Gold Hallmarking: सोना खरीदने वालों के लिए अच्छी खबर है. जैसा कि आप जानते हैं सोना (Gold) कभी भी हॉलमार्क वाला ही खरीदना चाहिए, तो इसके वेरिफिकेशन को लेकर एक लेटेस्ट अपडेट आया है. सरकार ने स्पष्ट कर दिया है कि 6 डिजिट अल्फान्यूमैरिक हॉलमार्किंग (Gold Hallmarking) वेरिफिकेशन ही जारी रहेगी, 4 डिजिट वाला वेरिफिकेशन जल्द खत्म कर दिया जाएगा. इस मुद्दे पर गुरुवार को उपभोक्ता मामले के सचिव की अध्यक्षता में हॉलमार्किंग लागू करने को लेकर बनी एडवायजरी कमेटी की बैठक में सहमति बनी है.

कस्टमर्स कन्फ्यूज हो रहे थे

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खबर के मुताबिक, 4 डिजिट वाली वेरिफिकेशन व्यवस्था फेज वाइज तय समयसीमा में खत्म होगी. भारतीय मानक ब्यूरो (BIS) जल्द स्टेकहोल्डर के साथ चर्चा कर इसके लिए जल्द ही फ्रेमवर्क तैयार करेगा. सोना के हॉलमार्किंग (Gold Hallmarking in India) के वेरिफिकेशन की दोनों व्यवस्था की वजह से कस्टमर्स कन्फ्यूज हो रहे थे. कस्टमर और ईज ऑफ डूइंग बिजनेस के लिए एक व्यवस्था तय करने पर फैसला लिया गया है. 

16 जून 2021 से हुई है शुरुआत

नोडल एजेंसी भारतीय मानक ब्यूरो (BIS) ने 16 जून 2021 से देश के 256 जिलों में अनिवार्य गोल्ड हॉलमार्किंग को सफलतापूर्वक लागू कर दिया था. तब हर दिन हॉलमार्क यूनिक आइडेंटिफिकेशन (एचयूआईडी) के साथ 3 लाख से ज्यादा सोने की वस्तुओं की हॉलमार्किंग (Gold Hallmarking)की जा रही थी.

हॉलमार्किंग क्या है

सोने की प्योरिटी और डिजाइन को प्रमाणित करने के प्रोसेस को हॉलमार्किंग (Gold Hallmarking) कहा जाता है. सरकार ने सोने की प्योरिटी के मानक तय किए हैं, उसी के मुताबिक, सोना मार्केट में मिलता है. हॉलमार्क वाली गोल्ड जूलरी में बीआईएस लोगो, प्योरिटी ग्रेड और 6 अंकों का अल्फान्यूमैरिक कोड देखे जा सकते हैं.

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