Dare to Dream Awards में गिरिराज सिंह का आह्वान, कारोबारियों को गांवों में रोजगार पैदा करने चाहिए
ज़ी बिजनेस और सैप इंडिया के सहयोग से नई दिल्ली में ज़ी बिजनेस डेयर टू ड्रीम अवॉर्ड का आयोजन किया गया. इस समारोह में देशभर के सफल युवा कारोबारियों को सम्मानित किया गया.
ज़ी बिजनेस और सैप इंडिया के सहयोग से नई दिल्ली में ज़ी बिजनेस डेयर टू ड्रीम अवॉर्ड का आयोजन किया गया. इस समारोह में देशभर के सफल युवा कारोबारियों को सम्मानित किया गया. कार्यक्रम में केंद्रीय सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग मंत्री गिरिराज सिंह ने युवा उद्यमियों का आह्वान किया कि वे नई तकनीक का इस्तेमाल गांव-देहात में रोजगार पैदा करने के लिए करें.
गिरिराज सिंह ने इस नई पहल को 'गांव टू ग्लोबल' नाम दिया. उन्होंने कहा कि आज सूचना तकनीक का जमाना है, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का जमाना है. तकनीक की दुनिया में रोजाना क्रांति हो रही है. सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योग के लिए आईटी एक ऐसा सुनहरा मौका है, जिसके आधार पर वे खुद को भीड़ से अलग हटकर स्थापित कर सकते हैं. उन्होंने कहा कि MSME से जुड़े लोगों को आगे की प्लानिंग करनी चाहिए. सुक्ष्म और लघु उद्योग के लोगों के लिए एडवांस प्लानिंग करके आगे बढ़ना चाहिए. अभी हम MSME के मामले में रोजगार कम पैदा हो रहे हैं, जबकि यह देश का सबसे बड़ा रोजगार पैदा करने वाला, एक्पोर्ट करने वाला तथा सबसे ज्यादा मैन्युफैक्चरिंग करने वाला सेक्टर है.
केंद्रीय मंत्री ने युवा उद्यमियों से अपील करते हुए कहा कि एमएसएमई सेक्टर को गांवों में जाकर अपने उद्योग-धंधे स्थापित करने चाहिए, ताकि गांव के नौजवानों को वहीं रोजगार मिल सके. नई तकनीक का इस्तेमाल गांवों में रोजगार बढ़ाने के लिए करना चाहिए. इससे महानगरों पर बढ़ता आबादी का बोझ भी कम होगा, प्रदूषण पर लगाम लगेगी और गांव के लोगों को एक अच्छा जीवन मिलेगा.
उन्होंने कहा कि जिस दिन 'मेरे अनुसार टेक्नोलॉजी' की जरूरत पूरी हो जाएगी उस दिन भारत को आगे बढ़ने से कोई नहीं रोक सकता. उन्होंने कहा कि युवा उद्यमियों को खुद को इतना मजबूत करना होगा कि सरकार में उनकी सहभागिता बढ़े और वे अन्य लोगों के लिए एक उदाहरण बनें.
सम्मान समारोह में देशभर से चुने गए 43 उद्यमियों को 'ड्रीम टू डेयर अवॉर्ड' से नवाजा गया.