डिजिटल सुरक्षा कंपनी गेमाल्टो ने बृहस्पतिवार को अपनी उस रिपोर्ट को वापस ले लिया जिसमें दावा किया गया था कि आधार आंकड़ों की सुरक्षा की कमजोरियों की वजह से भारत सबसे अधिक डेटा सेंधमारी के मामलों में दुनिया में दूसरे स्थान पर है. कंपनी ने बयान में कहा, ‘‘गेमाल्टो अपनी ‘ब्रीच लेवल इंडेक्स रिपोर्ट 2018’ पर खेद जताती है और इस बारे में 15 अक्टूबर को जारी प्रेस विज्ञप्ति को वापस लेती है.’’ गेमाल्टो ने कहा कि यह उसकी गलती रही कि उसने आधार डेटा सेंधमारी पर एक समाचार का बिना जांचे परखे भरोसा किया.’’

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सोमवार को जारी रिपोर्ट में कहा गया था कि भारत में आधार डेटा के जरिये एक अरब रिकॉर्ड की सेंधमारी की गई. गेमाल्टो ने कहा कि उसने इस रिपोर्ट (Breach Level Index Report 2018) को ‘अपडेट’ किया है और वह स्पष्ट करना चाहती है कि इस रिपोर्ट में हुई गलती को ठीक कर लिया गया है.

कंपनी ने बपने बयान में कहा है कि सभी संबंधित इकाइयों को इस बात पर गौर करना चाहिए कि हम UIDAI के आधार डेटाबेस में सेंधमारी की घटना को सत्‍यापित करने में सक्षम नहीं रहे. परिणामस्‍वरूप, गेमाल्‍टो अपनी रिपोर्ट को वापस लेती है. इससे UIDAI को हुई किसी भी तरह की असुविधा के लिए हमें खेद है.

अपनी रिपोर्ट में गेमालटो ने दावा किया था कि 2018 की पहली छमाही में वैश्विक स्‍तर पर 945 डेटा सेंधमारी हुई जिसमें तकरीबन 4.5 अरब डाटा रिकॉर्ड  लीक हुए. इनमें से 1 अरब डाटा भारत के थे. इसमें सुधार करते हुए गेमाल्‍टो ले कहा है कि पहली छमाही के दौरान डाटा सेंधमारी की 944 घटनाएं हुईं जिनके तहत तकरीबन 3.2 अरब डाटा रिकॉर्ड लीक हुए.