¤G20 Sherpa Meeting: भारत के G20 शेरपा अमिताभ कांत की अध्यक्षता में भारत की G20 अध्यक्षता के अंतर्गत दूसरी G20 शेरपा बैठक 30 मार्च से 2 अप्रैल, 2023 तक केरल के कुमारकोम के सुरम्य गांव में चल रही है. इस चार दिवसीय बैठक में G20 के सदस्य, 9 आमंत्रित देश, और विभिन्न अंतरराष्ट्रीय और क्षेत्रीय संगठन के 120 से अधिक प्रतिनिधि, G20 की आर्थिक और विकासात्मक प्राथमिकताओं के साथ ही समकालीन वैश्विक चुनौतियों का समाधान करने पर बहुपक्षीय विचार विमर्श करेंगे. केरल के कुमराकोम में जी20 शेरपा मीटिंग का दूसरा चरण शुरू हो गया है. इस दौरान केंद्रीय राज्य मंत्री वी मुरलीधरन ने भी शिरकत की. भारत की तरफ से जी20 शेरपा के रूप में अमिताभ कांत यहां मौजूद हैं.

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भारत की तरफ से जी20 शेरपा अमिताभ कांत

भारत की तरफ से जी20 शेरपा के रूप में नीति आयोग के पूर्व सीईओ अमिताभ कांत ने अपना संबोधन दिया. वह इस दौरान जी20 ट्रॉयका के साथ भी चर्चा करेंगे जिसमें भारत, इंडोनेशिया और ब्राजील शामिल हैं. उनकी जी20 शेरपा और प्रतिनिधियों के प्रमुखों से भी चर्चा होगी. यह शेरपा मीटिंग का दूसरा सेशन है. पहले सेशन में डीजिटल इकोनॉमी, हेल्थ, एजुकेशन, टूरिज्म एंड कल्चर वर्किंग ग्रुप्स को लेकर हुए टेक्नोलॉजिकल ट्रांसफोर्मेशन पर चर्चा हुई. शेरपा मीटिंग में शरीक होने आए विदेशी प्रतिनिधियों का यहां अनोखे अंदाज में स्वागत किया गया

वी मुरलीधरन ने प्रतिनिधियों का किया स्वागत

केंद्रीय राज्य मंत्री ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि शेरपा की इस मीटिंग के उम्मीदों के मुताबिक नतीजे निकलेंगे. जी20 इंडिया के आधिरिक ट्विटर हैंडल पर बताया गया है कि केंद्रीय मंत्री वी मुरलीधरन ने शेरपा मीटिंग में प्रतिनिधियों का स्वागत किया. इस दौरान उन्होंने भारत की जी20 अध्यक्षता पर समर्थन के लिए उनका धन्यवाद भी दिया. नैस्कॉम, बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन और डिजिटल इम्पैक्ट एलायंस (डीआईएएल) के साथ साझेदारी में आयोजित होने वाला डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर सह-आयोजन, सभी G20 प्रतिनिधियों के लिए एक व्यापक डिजिटल अनुभव होगा. इसके साथ ही वैश्विक चुनौतियों से निपटने और विकास पर कई पैनल चर्चाएं भी होंगी. क्या है डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर? डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर (DPI) डिजिटल पहचान, (digital identity)  भुगतान अवसंरचना (payment infrastructure) और डेटा विनिमय समाधान (data exchange solution) जैसे ब्लॉक या प्लेटफॉर्म को संदर्भित करता है जो देशों को अपने लोगों को आवश्यक सेवाएं प्रदान करने, नागरिकों को सशक्त बनाने और डिजिटल समावेशन (digital inclusion) को सक्षम करके जीवन में सुधार करने में मदद करता है. DPIs लोगों, धन और सूचना के प्रवाह में मध्यस्थता करते हैं. पहले एक डिजिटल ID प्रणाली के माध्यम से लोगों का प्रवाह. दूसरा रियल-टाइम त्वरित भुगतान प्रणाली के माध्यम से धन का प्रवाह और तीसरा DPI के लाभों को प्राप्त करने एवं डेटा को नियंत्रित करने की वास्तविक क्षमता के साथ नागरिकों को सशक्त बनाने के लिये सहमति-आधारित डेटा साझाकरण प्रणाली के माध्यम से व्यक्तिगत जानकारी का प्रवाह. ये तीन सेट एक प्रभावी DPI पारिस्थितिकी तंत्र विकसित करने के आधार हैं.प्रत्येक DPI स्तर एक स्पष्ट आवश्यकता को पूरा करती है और विभिन्न क्षेत्रों में लिये बहुत उपयोगी है. भारत और डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर भारत, इंडिया स्टैक के माध्यम से सभी तीन मूलभूत DPI- डिजिटल पहचान (आधार), रीयल-टाइम फास्ट पेमेंट (UPI) और डेटा एम्पावरमेंट प्रोटेक्शन आर्किटेक्चर (DEPA) पर निर्मित अकाउंट एग्रीगेटर विकसित करने वाला पहला देश बन गया है. DEPA एक डिजिटल ढांचा का निर्माण करता है जो उपयोगकर्त्ताओं को एक तृतीय-पक्ष (third party) इकाई के माध्यम से अपने डेटा को अपनी शर्तों पर साझा करने की अनुमति देता है, जिन्हें कंसेंट मैनेजर के रूप में जाना जाता है. आधार सामाजिक और वित्तीय समावेशन आधार सामाजिक और वित्तीय समावेशन, सार्वजनिक क्षेत्र के वितरण सुधारों, राजकोषीय बजट के प्रबंधन, सुविधा बढ़ाने और परेशानी मुक्त जन-केंद्रित शासन को बढ़ावा देने के लिये एक सामरिक नीति उपकरण है.आधार धारक निजी क्षेत्र के प्रयोजनों के लिए स्वेच्छा से अपने आधार का उपयोग कर सकते हैं और निजी क्षेत्र की संस्थाओं को ऐसे उपयोग के लिये विशेष अनुमति लेने की आवश्यकता नहीं है. क्या है डिजीयात्रा डिजीयात्रा एक फेशियल रिकग्निशन सिस्टम (FRS) पर आधारित बायोमेट्रिक इनेबल्ड सीमलेस ट्रेवल (BEST) अनुभव है. डिजीलॉकर डिजीलॉकर के 150 मिलियन उपयोगकर्त्ता हैं, जिसमें छह बिलियन दस्तावेज संग्रहीत हैं और सात वर्षों में 50 करोड़ रुपए के एक न्यूनतम बजट के साथ इसे कार्यान्वित किया गया है. उपयोगकर्त्ता अपने दस्तावेज जैसे- बीमा, चिकित्सा रिपोर्ट, पैन कार्ड, पासपोर्ट, विवाह प्रमाण पत्र, स्कूल प्रमाण पत्र एवं अन्य दस्तावेज डिजिटल प्रारूप में संग्रहीत कर सकते हैं. UPI UPI (यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस) के माध्यम से लेन-देन का आंकड़ा प्रतिमाह आठ बिलियन तक पहुंच गया है, जिसका मासिक मूल्य 180 बिलियन अमेरिकी डॉलर है या यह मूल्य प्रतिवर्ष भारत के सकल घरेलू उत्पाद का लगभग 65% है.UPI वर्तमान में नेशनल ऑटोमेटेड क्लियरिंग हाउस (NACH), तत्काल भुगतान सेवा (Immediate Payment Service- IMPS), आधार सक्षम भुगतान प्रणाली (Aadhaar enabled Payment System- AePS), भारत बिल भुगतान प्रणाली (BBPS), रुपे आदि सहित भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (National Payments Corporation of India- NPCI) संचालित प्रणालियों में सबसे बड़ा है. इंडिया स्टैक इंडिया स्टैक (India Stack) एप्लीकेशन प्रोग्रामिंग इंटरफेस (API) का एक सेट है जो सरकारों, व्यवसायों, स्टार्टअप और डेवलपर्स को उपस्थिति-रहित, पेपरलेस और कैशलेस सेवा वितरण की दिशा में भारत की कठिन समस्याओं को हल करने के लिए एक अद्वितीय डिजिटल बुनियादी ढांचे का उपयोग करने की अनुमति देता है. यह जनसंख्या स्तर पर पहचान, डेटा और भुगतान की पुरानी विधियों से लोगों को मुक्त करना चाहता है.