पैकेज्ड फूड पर लगाना होगा न्यूट्रिशन लेबल, कैट ने कहा- छोटे मिठाई और नमकीन बनाने वालों को होगा नुकसान
Nutrition Rating on Sweet Snacks: CAIT ने कहा, फूड सेफ्टी रेगुलेटर एफएसएसएआई (FSSAI) की तरफ से फूड प्रोडक्ट्स के पैकेट पर पौष्टिकता के बारे में सूचना देने से संबंधित नियम का मसौदा छोटे मिठाई और नमकीन विनिर्माताओं के हितों को चोट पहुंचाएगा.
Nutrition Rating on Sweet Snacks: व्यापारियों के प्रमुख संगठन कनफेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (CAIT) ने कहा कि फूड सेफ्टी रेगुलेटर एफएसएसएआई (FSSAI) की तरफ से फूड प्रोडक्ट्स के पैकेट पर पौष्टिकता के बारे में सूचना देने से संबंधित नियम का मसौदा छोटे मिठाई और नमकीन विनिर्माताओं के हितों को चोट पहुंचाएगा.
फूड सेफ्टी एंड स्टैंडर्डर्स (FSSAI) ने गत सितंबर में पैकेट के अगले हिस्से में पौष्टिकता से संबंधित जानकारी देने का एक मसौदा पैकेटबंद फूड कंपनियों के लिए जारी किया था. इसमें फूड प्रोडक्ट्स को उनकी पौष्टिकता के आधार पर फाइव स्टार रेटिंग देने की संकल्पना पेश की गई है.
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कैट ने न्यूट्रिशन लेबल पर जताई चिंता
कैट ने इसके विरोध में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया (Mansukh Mandaviya) को एक पत्र लिखा है. इस पत्र में CAIT ने प्रावधान के मसौदे को लेकर अपनी चिंताएं जताई हैं. कैट के महासचिव प्रवीन खंडेलवाल ने पत्र में कहा, प्रस्तावित नियम देशवासियों को पौष्टिक और गुणवत्तापूर्ण खाद्य उत्पाद उपलब्ध कराने की अच्छी मंशा से लाया गया है. लेकिन इसमें फूड बिजनेस से जुड़ी जमीनी हकीकत और ग्राहकों के खर्च से जुड़े मानकों का ध्यान नहीं रखा गया है.
खंडेलवाल ने कहा है कि इस प्रस्तावित नियम के माध्यम से FSSAI फूड प्रोडक्ट्स के कारोबार को एक ही ढंग से संचालित करने की कोशिश कर रहा है जबकि भारत विविधताओं से भरा देश है.
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उन्होंने कहा, एक ही पैमाने पर सभी पैकेटबंद खाद्य उत्पादों को संचालित करने वाले किसी भी नियम से बड़ी संख्या में छोटे मिठाई एवं नमकीन व्यवसायियों के सामने कारोबार बंद करने की स्थिति पैदा हो जाएगी. इससे छोटे हलवाइयों एवं मिठाई-नमकीन विनिर्माताओं के यहां काम करने वाले लोग भी बड़ी संख्या में बेरोजगार हो जाएंगे.