पांच दिनों में 769 विदेशी पर्यटकों ने सरकार से मांगी मदद, इस पोर्टल पर कराया रजिस्ट्रेशन
देश में कोरोवा वायरस (coronavirus outbreak in India) के खतरे को ध्यान में रखते हुए 21 दिनों का लॉकडाउन किया गया है. ऐसे में भारत सरकार के पर्यटन मंत्रालय ने covid 19 वैश्विक महामारी के बीच लॉकडाउन की स्थिति में देश के कई हिस्सों में फंसे विदेशी पर्यटकों की पहचान करने तथा उन्हें सहायता और सुविधा प्रदान करने के लिए 31 मार्च 2020 को www.strandedinindia.com पोर्टल की शुरुआत की थी. अब तक इस पोर्टल पर 769 विदेशी पर्यटकों ने रजिस्ट्रेशन करा कर मदद मांगी है.
देश में कोरोवा वायरस (coronavirus outbreak in India) के खतरे को ध्यान में रखते हुए 21 दिनों का लॉकडाउन किया गया है. ऐसे में भारत सरकार के पर्यटन मंत्रालय ने covid 19 वैश्विक महामारी के बीच लॉकडाउन की स्थिति में देश के कई हिस्सों में फंसे विदेशी पर्यटकों की पहचान करने तथा उन्हें सहायता और सुविधा प्रदान करने के लिए 31 मार्च 2020 को www.strandedinindia.com पोर्टल की शुरुआत की थी. अब तक इस पोर्टल पर 769 विदेशी पर्यटकों ने रजिस्ट्रेशन करा कर मदद मांगी है.
पोर्टल के जरिए फंसे पर्यटकों तक पहुंचा जा रहा है
मदद के लिए देश के अलग अलग हिस्सों में फंसे पर्यटकों को मंत्रालय की ओर से शुरू किए गए पोर्टल पर लॉग इन करना होता है. अपने संपर्क के बारे में कुछ बुनियादी जानकारी देनी होती है. और यदि पर्यटक किसी मुश्किल में होता है तो उसे अपनी समस्या बतानी होती है. पोर्टल के शुरु होने के पहले पांच दिनों के भीतर ही देश भर से 769 विदेशी पर्यटक इसपर अपना पंजीकरण करा चुके हैं.
सरकार लगाातर संपर्क में है
प्रत्येक राज्य सरकार और केंद्र शासित प्रदेश प्रशासन ने ऐसे विदेशी पर्यटकों की सहायता के लिए एक नोडल अधिकारी बनाया है. पर्यटन मंत्रालय के पांच क्षेत्रीय कार्यालय , पोर्टल के जरिए मांगी जा रही मदद के मुताबिक पर्यटकों तक सहायता पहुंचाने का प्रयास कर रहे हैं. पर्यटन मंत्रालय के क्षेत्रीय कार्यालय फंसे हुए विदेशी पर्यटकों के वीजा मुद्दों के संबंध में Immigration bureau और एफआरआरओ के साथ भी बेहतर तालमेल बनाए हुए हैं. ऐस पर्यटकों को देश के अदंर किसी राज्य में भेजने या उनके देश वापस भेजने के अनुरोध पर विदेश मंत्रालय और गृह मंत्रालय संबंधित देशों के दूतावासों / उच्चायोगों / वाणिज्य दूतावासों के साथ बातचीत कर रहे हैं.
खाने और रहने का इंतजाम किया गया
मंत्रालय की ओर से शुरू किया गया पोर्टल फंसे हुए विदेशी पर्यटकों के साथ ई-मेल, टेलीफोन और व्यक्तिगत रूप सें संपर्क बनाने के लिए बेहद उपयोगी साबित हो रहा है. पोर्टल के जरिए ऐसे पर्यटक भारत में रहते हुए अपने देश से संबधित विदेशी कार्यालयों से जुड़े हुए हैं और उन्हें अपने देश वापस जाने के लिए भारत से जाने वाली अंतरराष्ट्रीय उड़ानों की ताजा जानकारी लगातार मिल रही है. इसके अलावा जरूरत के अनुसार, उन्हें इलाज, भोजन और आवास की सुविधा भी प्रदान की जा रही है.
पर्यटकों को मिल रही मदद
एक महिला, जो अमेरिकी नागरिक है , बिहार के सुपौल जिले में कोविड-19 लॉकडाउन के दौरान फंसी हुई थी और दिल्ली में उसके बेटे की सर्जरी हो रही थी. महिला को पोर्टल के माध्यम से दिल्ली की यात्रा करने के लिए एक विशेष परमिट दिया गया जिससे वह सुरक्षित रूप से जहां जाना चाहती थी वहां पहुंच गई. महिला ने सरकार के इस प्रयास के लिए धन्यवाद दिया है. कोस्टा रिका के दो नागरिक, जो एक सर्जरी के लिए (चिकित्सा पर्यटन) पर चेन्नई आए थे, सर्जरी के बाद चेन्नई में फंसे हुए थे. पोर्टल के माध्यम से राज्य सरकार से संपर्क कर कोस्टा रिका के दूतावास और जिस होटल में ये पर्यटक रुके हुए थे दोंनो ने मिलकर इन घबराए हुए पर्यटकों को दिलासा दिलाया और अब ये सुरक्षित और ठीक हैं.