केंद्र की मोदी सरकार किसानों की आमदनी 2022 तक दोगुनी करने के लक्ष्यों पर तेजी से काम कर रही है. इस क्रम में फूड प्रोसेसिंग इंडस्ट्री को बढ़ावा देना भी शामिल है. फूड प्रोसेसिंग का बड़ा फायदा पंजाब के किसानों को मिलने जा रहा है. पंजाब को खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र में 1,200 करोड़ रुपये का निवेश मिला है, जिससे 45,000 लोगों को रोजगार के अवसर मिलेंगे और 1.30 लाख किसानों को लाभ होगा. उन्होंने कहा कि पिछले 5 सालों में केंद्र सरकार ने 187 नए कोल्ड चेन प्रोजेक्ट्स को मंजूरी दी है.

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केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण मंत्री हरसिमरत कौर बादल ने कहा कि पंजाब कृषि उत्पादन के साथ-साथ फूड प्रोसेसिंग का भी बड़ा हब बनने जा रहा है. यहां फूड प्रोसेसिंग क्षेत्र में 1,200 करोड़ रुपये का निवेश मिला है, जिससे करीब 45,000 लोगों को रोजगार के अवसर मिलेंगे और 1.30 लाख किसानों को लाभ होगा. उन्होंने कहा कि उनके मंत्रालय ने लधोवाल और कपूरथला में मेगा फूड पार्क को मंजूरी दी है, जो लगभग तैयार होने वाली हैं. इसके अलावा फजिल्का में एक अंतर्राष्ट्रीय फूड पार्क संचालित हो चुका है.

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि इन परियोजनाओं और अन्य पहलों के जरिए 800 करोड़ रुपये का निजी निवेश आया है. इनमें 44 परियोजनाएं शामिल हैं. मंत्रालय ले इन परियोजनाओं के लिए 400 करोड़ रुपये अनुदान दिए हैं.

लोकसभा में एक प्रश्न का उत्तर देते हुए केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण मंत्री हरसिमरत कौर बादल ने कहा कि एकीकृत कोल्ड चेन. शीत श्रृंखला, मूल्यवर्धन सरंचना स्कीम के तहत 292 प्रोजेक्ट्स को मंजूरी दी जा चुकी है. इनमें से 154 प्रोजेक्ट्स में तो उत्पादन का काम भी शुरू हो चुका है और 117 प्रोजेक्ट्स जल्द पूरे होने के कगार पर हैं.