Edible oil Price: खाने के तेल की कीमत में आने वाले कुछ ही दिनों में 30 रुपये प्रति लीटर तक की गिरावट आ सकती है.  फूड एंड पब्लिक डिस्ट्रिब्यूशन मंत्रालय (DFPD) के आंकड़ों के मुताबिक, इस महीने के तीसरे हफ्ते में खाने के तेल 30 रुपये तक सस्ते हो जाएंगे. साथ ही सरकार कुछ और खाद्य तेलों पर ड्यूटी घटा सकती है जिसके लिए इंडस्ट्री से सुझाव मांगा है. कई कंपनियों ने जुलाई के तीसरे हफ्ते से ही एक लीटर की शीशी और पाउच के एमआरपी में 30 रुपये की कटौती कर दी है. दाम में कमी के पीछे ग्लोबल मार्केट में एडिबल ऑयल (Edible oil) कीमतों में कमी आना भी है.

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एमआरपी में हुई है भारी कटौती

अडाणी विल्मर ने अपने प्रोडक्ट के एमआरपी में 10 रुपये से लेकर30 रुपये प्रति लीटर तक की कटौती कर दी है. इसी तरह, जेमिनी एडिबल एंड फैट्स ने भी अपने प्रोडक्ट पर 8 रुपये से लेकर 30 रुपये प्रति लीटर तक की कमी कर दी है. वहीं  इमामी एग्री ने एमआरपी में 35 रुपये तक की कटौती कर दी है. जाहिर है आम लोगों को भी पहले के मुकाबले सस्ती कीमत पर खाने के तेल मिलेंगे. हाल ही में मदर डेयरी (Mother Dairy) ने भी अपने सभी एडिबल ऑयल की कीमतों (Edible Oil Price) में 15 रुपये प्रति लीटर तक की कटौती कर दी है. इसमें सोयाबीन ऑयल और राइसब्रान ऑयल सभी शामिल हैं.

तेल कंपनियों के साथ हाल में हुई बैठक

सरकार ने तेल की कीमतों में आम आदमी को राहत देने के लिए तेल कंपनियों के साथ हाल में बैठक की है. सरकार ने इनसे कहा कि तेल (Edible oil) के दामों में और कमी की जा सकती है.सरकार ने एडिबल ऑयल (Edible Oil) की इस मीटिंग में सभी तेल कंपनियों को शामिल किया था, जिसमें कुछ तेल कंपनियां दाम घटाने पर राजी हो गए थे.

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बीते मार्च में रूस और यूक्रेन के बीच छिड़ी भीषण जंग के कारण वहां से सनफ्लावर ऑयल की सप्लाई बाधित हो गयी थी. इसका जबरदस्त असर देखने को मिला था.भारत भारी मात्रा में खाद्य तेलों का आयात करता है, जिनमें 60 फीसदी से अधिक हिस्सेदारी पाम ऑयल की है. भारत 25 लाख टन से ज्यादा सनफ्लावर ऑयल का आयात करता है.