Edible Oil Price: रूस और यूक्रेन युद्ध के कारण खाद्य तेल की आपूर्ति में संभावित व्यवधान की चिंताओं के बीच एडिबल ऑयल इंडस्ट्री ने सरकार को ऑश्वासन दिया है कि वह अगले दो महीनों के लिए सनफ्लावर और अन्य एडिबल ऑयल के तेलों की सुचारू सप्लाई सुनिश्चित करेगी. 

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यूक्रेन भारत को बड़ी मात्रा में सनफ्लावर ऑयल का आयात करता है.

फूड एंड कन्ज्यूमर अफेयर मिनिस्टर पीयूष गोयल की अध्यक्षता में शुक्रवार को हुई बैठक में सनफ्लावर ऑयल समेत कुकिंग ऑयल की सप्लाई की स्थिति की समीक्षा की गई.

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एडिबल ऑयल की कीमतें गिरी

सूत्रों के मुताबिक इंडस्ट्री ने मिनिस्ट्री को बताया कि पिछले दो दिनों में एडिबल ऑयल की कीमतों में गिरावट का रुख देखा गया है.उन्होंने कहा कि नई सरसों की फसल आने से सरसों तेल की रिटेल कीमतो में और गिरावट आ सकती है.

इस बैठक में सॉल्वेंट एक्सट्रैक्टर्स एसोसिएशन (एसईए) के अध्यक्ष अतुल चतुर्वेदी, इंडियन वेजिटेबल ऑयल प्रोड्यूसर्स एसोसिएशन (आईवीपीए) के महासचिव एस पी कामरा और अदानी विल्मर, रुचि सोया और मोदी नेचुरल्स सहित प्रमुख रिफाइनर और आयातकों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया.

यूक्रेन से आ रही है तेल की खेप

सूत्रों ने बताया कि इस बैठक के दौरान इंडस्ट्री ने मंत्री को सूचित किया कि सनफ्लावर के तेल की कोई कमी नहीं है. मार्च डिलीवरी के लिए 1.5 लाख टन सनफ्लावर ऑयल की पहली खेप युद्ध के पहले ही यूक्रेन से निकली थी, जिसके जल्द ही भारत आने की उम्मीद है.

भारत में एक महीने में 18 लाख टन एडिबल ऑयल की खपत में सनफ्लावर ऑयल का हिस्सा लगभग 1.5-2 लाख टन है. उपभोक्ताओं की मांग को पूरा करने के लिए केवल 1 लाख टन सूरजमुखी तेल की आवश्यकता है.

इंडस्ट्री ने कहा चिंता की कोई बात नहीं

सूत्रों ने कहा कि इंडस्ट्री ने मंत्रालय को यह भी बताया कि चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है क्योंकि देश में सरसो और सोयाबीन के तेल के रूप में सनफ्लावर के तेल के ऑप्शन मौजूद हैं.

सूत्रों में से एक ने बताया कि एडिबल ऑयल की कीमतों में पिछले दो दिनों में कमी आ रही है और मिनिस्ट्री को सप्लाई और कीमत बनाए रखने का आश्वासन दिया है.