दिल्ली और एनसीआर में रविवार 10.5.2020 को दोपहर लगभग 1.45 बजे भूकंप (Earthquake) के झटके महसूस किए गए. दिल्ली के साथ ही एनसीआर के कई इलाकों जैसे गाजियाबाद, नोएडा, ग्रेटर नोएडा में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए. भूकंप के झटके (Earthquake News). भूकंप की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 3.5 मापी गई. भूकंप का केंद्र दिल्ली में ही नार्थइस्ट हिस्से में रहा. इस भूकंप का केंद्र जमीन में लगभग 5  किलोमीटर नीचे था. 

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बड़े पैमाने पर महसूस किए गए झटके 

कोरोना वायरस (coronavirus outbreak in India) महामारी covid 19 पर लगाम लगाने के लिए देश में चल रहे लॉकडाउन (Lockdown) के चलते दिल्ली और एनसीआर में ज्यादातार लोग घर पर ही हैं. ऐसे में भूकंप के झटके लगने के बाद लोग घरों से बाहर आ गए.  

अप्रैल में भी आया था भूकंप

Earthquake in india: दिल्ली में 12 अप्रैल 2020 को भी भूकंप महसूस किया गया था. दिसम्बर 2019 में भी दिल्ली और एनसीआर में भूकंप के झटके महसूस किए गए थे. ये भूकंप उत्तर भारत के कई हिस्सों में महसूस किया गया था.  भूकंप का केंद्र अफगानिस्तान में हिंदुकुश पर्वत था. इसकी रिक्टर स्केल पर तीव्रता 6.3 मापी गई. भूकंप शाम 5 बजकर 9 मिनट पर भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए. भूकंप का केंद्र उत्तर-पूर्वी काबुल से उत्तर 246 किलोमीटर दूर हिंदुकुश पर्वत था. भूकंप के केंद्र की गहराई 190 किलोमीटर थी.

 

 

भूकंप आने पर क्या करें क्या न करें...

भूकंप आने के वक्त यदि आप घर से बाहर हैं तो ऊंची इमारतों, बिजली के खंभों आदि से दूर रहें. जब तक झटके खत्म न हों, बाहर ही रहें. चलती गाड़ी में होने पर जल्द गाड़ी रोक लें और गाड़ी में ही बैठे रहें. ऐसे पुल या सड़क पर जाने से बचें, जिन्हें भूकंप से नुकसान पहुंचा हो. भूकंप आने के वक्त यदि आप घर में हैं तो फर्श पर बैठ जाएं. मज़बूत टेबल या किसी फर्नीचर के नीचे पनाह लें. टेबल न होने पर हाथ से चेहरे और सिर को ढक लें. घर के किसी कोने में चले जाएं और कांच, खिड़कियों, दरवाज़ों और दीवारों से दूर रहें. बिस्तर पर हैं तो लेटे रहें, तकिये से सिर ढक लें. आसपास भारी फर्नीचर हो तो उससे दूर रहें. लिफ्ट का इस्तेमाल करने से बचें, पेंडुलम की तरह हिलकर दीवार से टकरा सकती है लिफ्ट और बिजली जाने से भी रुक सकती है लिफ्ट. कमज़ोर सीढ़ियों का इस्तेमाल न करें, आमतौर पर इमारतों में बनी सीढ़ियां मज़बूत नहीं होतीं. झटके आने तक घर के अंदर ही रहें और झटके रुकने के बाद ही बाहर निकलें.