Earthquake in Bay of Bengal: बंगाल की खाड़ी में सोमवार की सुबह भूकंप के झटके महसूस किए गए. नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी ने बताया कि भूकंप सुबह 8 बजकर 32 मिनट पर आया था. रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 5.1 बताई गई. यह भूकंप कोलकाता से 409 किमी दूर बंगाल की खाड़ी में आया. इसका सेंटर जमीन से 10 किमी अंदर था. रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 5.1 थी. बता दें कि 5.1 तीव्रता को संवेदनशील माना जाता है.

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भूकंप क्यों आता है और कैसे आता है?

धरती के नीचे मौजूद ये प्लेटें बेहद धीमी रफ्तार से घूमती रहती हैं. हर साल ये प्लेटें अपनी जगह से 4-5 मिमी खिसक जाती हैं. इस दौरान कोई प्लेट किसी से दूर हो जाती है तो कोई किसी के नीचे से खिसक जाती है. इसी दौरान प्लेटों के टकराने से भूकंप आता है.

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डर के कारण घर से बाहर निकले लोग

मिली जानकारी के अनुसार, अंडमान निकोबार द्वीप समूह में भी भूकंप के झटके लगे हैं. भूकंप से किसी जान-माल के नुकसान की खबर नहीं है. आमतौर पर जब बंगाल की खाड़ी में भूकंप के झटके लगते हैं  तो उससे सटे इलाकों में भी भूकंप महसूस किए जाते हैं. अरुणाचल प्रदेश में भूकंप के झटके तेज नहीं थे लेकिन जिनको पता चला वे सहम गए और घरों से बाहर निकल गए.

पांच जोन में बांटा गया है भूकंप क्षेत्र

पूरे देश को भारतीय मानक ब्यूरो (BIS) ने पांच भूकंप जोन में बांटा है. वहीं देश का 59 प्रतिशत हिस्सा भूकंप रिस्क जोन में है. भारत में पांचवें जोन को सबसे ज्यादा खतरनाक और सक्रिय माना जाता है.सबसे खतरनाक जोन में जम्मू और कश्मीर का हिस्सा (कश्मीर घाटी), हिमाचल प्रदेश का पश्चिमी हिस्सा, उत्तराखंड का पूर्वी हिस्सा, गुजरात में कच्छ का रण, उत्तरी बिहार का हिस्सा, भारत के सभी पूर्वोत्तर राज्य, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह आता है.