दिवाली आ गई है और जश्न धीरे-धीरे शुरू हो रहा है. इस त्योहार पर पटाखे फोड़ने का चलन रहा है, लेकिन पिछले कुछ सालों में पॉल्यूशन और इससे होने वाले गंभीर समस्याओं को देखते हुए थोड़ी जागरूकता बढ़ी है और सरकार भी अपनी ओर से इसे लेकर कदम उठा रही है. इस बार भी दिवाली पर राजधानी दिल्ली में पटाखे जलाने पर पूरी तरह से बैन लगा हुआ है. इस बार और सख्ती दिखाते हुए छह महीने की जेल की सजा का प्रावधान भी रखा गया है. कई दूसरे राज्य भी हैं, जो प्रदूषण और सुरक्षा को देखते हुए पटाखों पर कुछ प्रतिबंध का सहारा ले रहे हैं.

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अगर आपके शहर में पटाखों पर पाबंदी नहीं है, तो भी आपको इन्हें लेकर कुछ बातें जान लेनी चाहिए. आपको सबसे पहले यह पता कर लेना चाहिए कि आपके शहर में दिवाली पर पटाखे जलाने को लेकर क्या नियम लागू किया गया है. क्या वहां पूरी तरह से बैन है या फिर कुछ घंटों की छूट दी गई है? ये जानकारी जरूर रखें वर्ना कहीं मौज-मस्ती के चक्कर में आपको सजा न भुगतनी पड़ जाए. आप पटाखे फोड़ने का मजा ग्रीन क्रैकर्स के साथ भी ले सकते हैं. ये पर्यावरण और हमारी सेहत के लिए उतने नुकसानदायक नहीं होते.

दिवाली पर मौज-मस्ती करें लेकिन अपनाएं ये सावधानियां- कुछ चीजें जो आपको करनी चाहिए

1. पटाखे खरीद रहे हैं, तो सेफ पटाखे खरीदें और किसी लाइसेंस्ड शॉप से ही खरीदें.

2. जहां पटाखे छुड़ाएंगे, उस जगह को बिल्कुल साफ और खुला रखें, वहां कोई ज्वलनशील चीजें नहीं होनी चाहिए.

3. इस जगह पर बालू या फिर फायर एक्सटिंग्विशर जरूर रखें, ताकि आग लगने की स्थिति में आप तुरंत इसपर काबू पा सकें.

4. जलाने के बाद पटाखे के बच्चे हुए हिस्से को पानी भरी बाल्टी में डाल दें.

5. आतिशबाजी कर रहे हैं तो फायर सेफ्टी के सभी मानकों का पालन करें.

कुछ चीजें जो आपको बिल्कुल नहीं करनी चाहिए-

1. भीड़भाड़ वाली जगह पर पटाखें न छुड़ाएं. दिया-अगरबत्ती जैसी जलती हुई चीजों के पास पटाखे न रखें.

2. पटाखे जलाते वक्त अपने शरीर को एक सेफ डिस्टेंस पर रखें. आखों का खास तौर पर बचाएं. सेफ्टी गॉगल्स पहन सकते हैं.

3. सिंथेटिक और ढीले-ढाले कपड़े न पहनें. इनका आग पकड़ने का खतरा ज्यादा रहता है.

4. हाथ में लेकर पटाखे बिल्कुल भी न फोड़ें. ये बहुत ही बुरी और जोखिमभरी आदत है. पटाखे हमेशा खुले ग्राउंड में एक सेफ डिस्टेंस पर ही फोड़े.

5. अगर जल गए तो खुद से क्रीम-तेल लगाने की बजाय तुरंत मेडिकल हेल्प के लिए जाएं. 

दिवाली को अपने आप में खुशियों का त्योहार कहा जाता है. डेकोरेशन, मिलना-जुलना, मिठाइयां, दोस्त-परिवार साथ हों तो अच्छी दिवाली हो जाती है. आप भी एक जिम्मेदार नागरिक की तरह सेफ दिवाली मना सकते हैं.