इस बार भारत में द‍िवाली 31 अक्टूबर को मनाई जाएगी. दिवाली से पहले ही बहुत से लोगों ने अपने दोस्तों-रिश्तेदारों के लिए ऑनलाइन खरीदारी भी शुरू कर दी है. इसी के साथ ऑनलाइन ठगी के लिए स्कैमर्स भी एक्टिव हो गए हैं. भारतीय कंप्यूटर इमरजेंसी रिस्पांस टीम (सीईआरटी-इन) की ओर से नागरिकों को इस तरह के स्कैम से सुरक्षित रहने के लिए एक एडवाइजरी जारी की गई है.

COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

सरकार ने ऑनलाइन शॉपिंग स्कैम से बचने के लिए कुछ टिप्स भी शेयर किए हैं. भारतीय कंप्यूटर इमरजेंसी रिस्पांस टीम की ओर से कहा गया है कि इस तरह के स्कैम से बचने के लिए जरूरी है कि कॉल उठाने से पहले कॉल करने वाले की आइडेंटिटी जांची जाए. किसी भी अनजान शख्स का वीडियो कॉल उठाने से बचें और कॉल पर किसी के कहने भर से ही पैसे ट्रांसफर करने से बचें. ध्यान रहे, सरकारी एजेंसियां कभी भी किसी भी ऑफिशियल काम के लिए वॉट्सऐप और स्काइप जैसे प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल नहीं करती हैं.

सीईआरटी-इन की ओर से जारी एडवाइजरी के अनुसार, सोशल इंजीनियरिंग के जरिए स्कैमर्स विक्टिम को डराने की कोशिश करते हैं. ऐसे में डर कर किसी भी तरह का फैसला जल्दबाजी में लेने से बचें. इसके अलावा, किसी भी अनजान कॉलर को अपनी पर्सनल और फाइनेंशियल डिटेल्स शेयर करने से बचें. कॉलर को फोन पर आए ओटीपी की भी जानकारी देने से बचें. किसी भी तरह की संदिग्ध गतिविधि को नजरअंदाज करने की जगह इसे रिपोर्ट करें. स्कैम का शिकार हो जाते हैं, तो तुरंत बैंक और साइबर क्राइम डिपार्टमेंट को इसकी जानकारी दें.

मेल पर किसी भी अनजान ईमेल एड्रेस से आए अटैचमेंट और फाइल पर क्लिक करने और डाउनलोड करने से बचें. इसके अलावा, किसी के कहने पर फोन में किसी भी तरह का ऐप डाउनलोड न करें. फोन में किसी भी ऐप को डाउनलोड कर रहे हैं, तो ऑफिशियल प्लेटफॉर्म जैसे प्ले स्टोर का ही इस्तेमाल करें.