Dengue in UP: उत्तर प्रदेश में डेंगू के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. ताजा मामले 1700 पार कर चुके हैं. बात लखनऊ कि करें तो पिछले 24 घंटों में 37 नए पॉजिटिव मामले सामने आए हैं. ये मामले शहर के ऐशबाग, अलीगंज, चंद्र नगर, गोसाईगंज, इंदिरा नगर, चिनहट, काकोरी, एनके रोड, रेड क्रॉस, सिल्वर जुबली और तुरियागंज क्षेत्रों के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों से दर्ज किए गए. लगातार कराई जा रही फॉगिंग मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ. मनोज अग्रवाल ने बताया कि जिन लोगों का टेस्ट पॉजिटिव आया है, वे घर पर ही दवा लेकर अपना स्वास्थ्य का ध्यान रख रहे हैं. डॉक्टर अग्रवाल ने बताया कि हम उनकी स्थिति पर करीब से नजर रख रहे हैं. उन्होंने कहा कि डेंगू के प्रसार को नियंत्रित करने के लिए स्वास्थ्य विभाग और नगर निगम की संयुक्त टीमों ने जिले के विभिन्न क्षेत्रों में फॉगिंग कराई. लोगों को किया जा रहा जागरूक इसके अलावा जनता को अपने घरों के आसपास पानी जमा न होने देने, पानी से भरे बर्तनों और टंकियों को ढकने, कूलरों को सप्ताह में एक बार खाली करने और उन्हें फिर से भरने से पहले साफ कपड़े से साफ करने और पूरी आस्तीन के कपड़े पहनने के महत्व के बारे में बताया गया है. पिछले 30 दिनों में, शहर में हर दो घंटे में तीन नए डेंगू संक्रमण की सूचना मिली है, जिसमें बीमारी के कारण एक की मौत हो गई है.

इन इलाकों से आ रहे ज्यादा मरीज स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने कहा कि अधिकतम मामले गोमती नगर, इंदिरा नगर और अलीगंज जैसे पॉश इलाकों से सामने आ रहे हैं. विशेषज्ञों ने कहा कि यह स्थिति नवंबर के मध्य तक जारी रहने की संभावना है. स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के मुताबिक, हर दिन कम से कम 30 लोग संक्रमित हो रहे हैं, जो सितंबर में 21 के औसत दैनिक संक्रमण से 42 प्रतिशत अधिक है, जिस महीने डेंगू तेजी से बढ़ा है. बलरामपुर, लोकबंधु और एसपीएम सिविल जैसे प्रमुख सरकारी अस्पतालों में डेंगू वार्ड क्षमता के करीब हैं, उनके बाह्य रोगी विभागों में इलाज के लिए बुखार के मरीजों की भीड़ ज्यादा है. जानें क्या है डेंगू के लक्षण डेंगू में बुखार आना, ठंड लगना,उल्टी, जी मिचलाना,आंखों में दर्द होना,स्किन  पर लाल चकत्ते होना, ग्लैंड में सूजन होना मुख्य लक्षण है. इसके बाद आपके प्लेटलेट्स कम होने लगते हैं. प्लेटलेट्स कम होने पर आपको काफी ज्यादा थकान महसूस होगा.  इसके अलावा सांस लेने में कठिनाई, चिड़चिड़ापन या बेचैनी भी लग सकता है. यह एक जानलेवा बीमारी है. थोड़ी से लापरवाही से जान जा सकती है. इसलिए लक्षण नजर आने पर तुरंत डॉक्टर की सलाह लें. कैसे कर सकते हैं डेंगू से बचाव

  • पीने का पानी हमेशा ढककर रखें.
  • सोते समय मच्छरदानी का प्रयोग करें.
  • इसको अलावा दिन में भी मॉस्किटो रेपलेंट्स का उपयोग करें.
  • घर की खिड़कियां और दरवाजों को खुला न रखें.