Supply Of 'Non - Standard' Medicines In Delhi Government Hospitals : दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज ने स्वास्थ्य सचिव को गैर-मानक गुणवत्ता वाली सभी दवाओं को जब्त करने, उनका स्टॉक हटाने और उनके स्थान पर वैकल्पिक दवाएं देने का निर्देश दिया है. उन्होंने स्वास्थ्य सचिव को वैकल्पिक व्यवस्था करने को कहा, ताकि लोगों को कोई असुविधा न हो.

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पांच दवाओं को तुरंत हटाने का आदेश

स्वास्थ्य सचिव को लिखे पत्र में भारद्वाज ने कहा : "यह मेरे संज्ञान में लाया गया है कि सतर्कता विभाग ने सचिव (स्वास्थ्य) से पांच दवाओं को तुरंत हटाने को कहा है, जो 'मानक गुणवत्ता की नहीं' थीं. वे दवाएं हैं - एम्लोडिपाइन, लेवेतिरसेटम, पैंटोप्राज़ोल, सेफैलेक्सिन और डेक्सामेथासोन."

मरीजों को हुई काफी परेशानी

स्वास्थ्य सचिव ने बताया कि हाल के दिनों में शोषक रूई और रोल्ड बैंडेज जैसी कुछ आवश्यक उपभोग्य वस्तुएं 'मानक गुणवत्ता की नहीं' पाई गईं और उन्हें उस स्टॉक से हटा दिया गया, जहां उनकी आपूर्ति की गई थी. उन्होंने नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा, "अस्पताल के अधिकारियों ने इसके लिए कोई वैकल्पिक व्यवस्था नहीं की और परिणामस्वरूप मरीजों को असुविधा हुई, क्योंकि उन्हें इन उपभोग्य सामग्रियों को अपनी जेब से खरीदना पड़ता था.

वैकल्पिक व्यवस्था तुरंत करने का आदेश

उन्होंने आगे कहा कि चूंकि उपरोक्त पांच दवाएं जिन्हें स्टॉक से हटाया जाना है, वे भी आवश्यक प्रकृति की हैं और उच्च रक्तचाप विकार, दौरे विकार, गैस्ट्रिटिस संक्रमण और श्‍वसन रोगों के इलाज के लिए आवश्यक हैं. दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री ने कहा, "इसलिए, उन्हें उपलब्ध कराने के लिए वैकल्पिक व्यवस्था तुरंत की जानी चाहिए, ताकि जनता को असुविधा न हो और मरीजों का इलाज निर्बाध रूप से जारी रहे. उन्होंने अधिकारी से मानक गुणवत्ता की पांच दवाएं उपलब्ध कराने के लिए वैकल्पिक व्यवस्था और स्वास्थ्य सुविधाओं में उनके ताजा स्टॉक की स्थिति के बारे में एक सप्ताह के भीतर सूचित करने को भी कहा.