प्याज की कीमतें लगातार आसमान छू रही हैं. दिल्ली और आसपास के इलाकों में 40-50 रुपये किलो की दर से प्याज मिल रहा है. प्याज की कीमतों पर लगाम लगाने के लिए राशन की दुकानों पर प्याज बेची जाएगी. केंद्र सरकार ने दिल्ली सरकार से बफर स्टॉक से प्याज लेकर उसे नागरिक आपूर्ति विभाग और राशन की दुकानों के जरिए 23.90 रुपए किलो के भाव पर बेचने को कहा है. राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में प्याज के ऊंचे दाम को देखते हुए केंद्र सरकार ने यह कदम उठाया है.

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केंद्र सरकार के आंकड़ों के अनुसार, प्याज का भाव दिल्ली और आसपास के क्षेत्रों में 39-40 रुपये किलो है. शहर में कुछ खुदरा विक्रेता क्वालिटी और स्थान विशेष के आधार पर इसे 50 रुपये किलो के भाव पर बेच रहे हैं.

सरकार के निर्देश पर भारतीय राष्ट्रीय कृषि सहकारी विपणन संघ (नाफेड) और भारतीय राष्ट्रीय उपभोक्ता सहकारी संघ (एनसीसीएफ) के साथ-साथ मदर डेयरी बफर स्टॉक से प्याज लेकर उसे राष्ट्रीय राजधानी में बेच रहे हैं. मदर डेयरी सफल दुकानों के जरिये प्याज 23.90 रुपये किलो के भाव पर बेच रही है.

राज्य द्वारा अधिकतम 23.90 रुपये प्रति किलो के भाव पर प्याज बेचा जा रहा है. केंद्र से प्याज का स्टॉक 15 से 16 रुपये प्रति किलोग्राम पड़ रहा है. 

दिल्ली में प्रतिदिन 350 टन प्याज की जरूरत है जबकि राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र यानी एनसीआर की जरूरत प्रतिदिन 650 टन प्याज की है. केंद्र ने इस साल 56,000 टन प्याज का बफर स्टाक बनाया है. इसमें से 10,000-12,000 टन नाफेड, एनसीसीएफ और मदर डेयरी ने अब तक बेचा है.

खरीफ उत्पादन कम होने के कारण प्याज की कीमतों पर दबाव बना हुआ है. उत्पादक राज्यों विशेषकर महाराष्ट्र में खेती के रकबे में 10 प्रतिशत की गिरावट के कारण प्याज के दामों में तेजी आई है.