गाजियाबाद- दिल्ली बॉर्डर फिर सील करने के आदेश, पास दिखाने पर ही मिलेगी एंट्री
प्रदेश में Covid-19 मरीजों की तादाद लगातार बढ़ती जा रही है. पिछले 24 घंटों में कोरोना के 273 नए मामले आए हैं.
लॉकडाउन 4.0 (Lockdown 4.0) के दौरान दिल्ली-गाजियाबाद बॉर्डर (Delhi-Ghaziabad border) पर आवागमन को काफी आसान कर दिया गया. लेकिन गाजियाबाद में कोरोना के बढ़ते मामलों को देख स्थानीय प्रशासन ने गाजियाबाद-दिल्ली बॉर्डर को फिर से सील करने के आदेश जारी किए हैं. गाजियाबाद-दिल्ली सीमा पर लॉकडाउन 2.0 की तरह ही एंट्री पर रोक लगा दी गई है.
जिलाधिकारी कार्यालय के यहां से जारी पत्र में कहा गया है कि 26 अप्रैल, 2020 को जारी आदेश के मुताबिक जिन प्रतिबंधों और शर्तों के अधीन दिल्ली-गाजियाबाद सीमा को सील किया गया था, वही व्यवस्था आगले आदेश तक जारी रहेगी.
इस आदेश के तहत ट्रक, बैंकिंग सेवा से जुड़े वाहन और जरूरी सामान की सप्लाई करने वाले वाहनों को बिना किसी पास के ही बिना रोकटोक निकलने की मंजूरी होगी.
डॉक्टर, पेरामेडिकल स्टाफ, पुलिस, बैंक कर्मचारी के लिए किसी पास की जरूरत नहीं होगी. उनका परिचय पत्र ही मान्य होगा.
भारत सरकार में काम करने वाले उप सचिव और उसके ऊपर के अधिकारियों को गाजियाबाद से दिल्ली जाते समय अपना परिचय पत्र दिखाना होगा.
तृतीय और चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारियों को ऑफिस से जारी पास दिखाने होंगे. केवल आई-कार्ड के आधार पर एंट्री नहीं होगी.
कोरोना की रोकथाम में लगे कर्मचारियों और अधिकारियों को भी ड्यूटी पास दिखाना होगा. दिल्ली या केंद्र सरकार के कार्यालयों में सुबह 9 से शाम 6 बजे की शिफ्ट में काम करने वाले कर्मचारियों को शाम 6 बजे के बाद ही गाजियाबाद में एंट्री मिलेगी.
दिल्ली के हॉट स्पाट इलाकों में रहने वाले लोगों को गाजियाबाद में एंट्री नहीं मिलेगी. गाजियाबाद के हॉट स्पाट इलाकों में रहने वाले लोगों को भी दिल्ली में एंट्री नहीं मिलेगी.
सुबह 10 से शाम 5 बजे तक खुलेंगी मिठाई की दुकान
गाजियाबाद के जिलाधिकारी अजय शंकर पाण्डेय ने जिले में मिठाई की दुकानें खोलने का टाइम टेबल जारी किया है. अब सोमवार से शनिवार तक हर दिन सुबह 10 से शाम 5 बजे तक मिठाई की दुकानें खुल सकेंगी.
ज़ी बिज़नेस LIVE TV देखें:
बता दें कि उत्तर प्रदेश में कोविड-19 (Covid-19) मरीजों की तादाद लगातार बढ़ती जा रही है. पिछले 24 घंटों में प्रदेश में कोरोना के 273 नए मामले सामने आए हैं. इनके साथ ही सक्रीय कोरोना मरीजों की संख्या 2606 हो गई है. 3581 लोगों को ठीक होने के बाद अस्पतालों से छुट्टी दे दी जा चुकी है.
प्रदेश के प्रमुख सचिव (स्वास्थ्य) अमित मोहन प्रसाद के मुताबिक, उत्तर प्रदेश में कोरोना से 165 लोगों की मौत हो चुकी है.