ठंड के करीब आते-आते राजधानी दिल्ली और आसपास के इलाकों में वायु प्रदूषण की स्थिति गंभीर होती जा रही है. 29 अक्टूबर, शनिवार तक दिल्ली के कई इलाकों में वायु प्रदूषण गंभीर स्थिति में पहुंच गया है. यहां कई इलाकों में AQI 400 के पार चला गया है. दिल्ली में सुबह का AQI 392 दर्ज हुआ, वहीं सबसे ज़्यादा AQI 455 आनंद विहार में दर्ज हुआ. CPCB यानी केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के मुताबिक "गंभीर" श्रेणी में आने ये वायु प्रदूषण स्वस्थ लोगों को भी प्रभावित करता है, वहीं श्वसन से जुड़ी समस्याओं वाले लोगों के लिए तो खतरनाक होता ही है.

किन इलाकों में सबसे गंभीर स्थिति में है वायु गुणवत्ता

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द्वारका में AQI 424, वजीरपुर 433, बवाना 419,नरेला 424, अशोक विहार 424, विवेक विहार 429,जहँगीरपुरी 433, इंडिया गेट 369, पंजाबी बाग 421, ITO 394, अलीपुर402, शादीपुर 436, मंदिर मार्ग पर 274 AQI दर्ज हुआ.

दिल्ली में मथुरा रोड, बाराखम्बा रोड, प्रगति मैदान, इंडिया गेट जैसे कई जगहों पर धुंध भरी सुबह देखी गई. 

नोएडा में भी खराब हुई स्थिति

नोएडा में भी हवा की गुणवत्ता बेहद खराब हुई है. नोएडा में सुबह में AQI 392 पर दर्ज हुई. नोएडा सेक्टर 62 में AQI 404, सेक्टर 1 में AQI 388, सेक्टर 116 में AQI 376 और  सेक्टर 125 में AQI 402 दर्ज हुआ.

बता दें कि AQI 0 से 50 के बीच हो तो इसे "अच्छा" माना जाता है. 51 से 100 के बीच हो तो "संतोषदायक" माना जाता है, 101 से 200 के बीच में तो "मध्यम", 201 से 300 के बीच में "खराब", 301 से 400 के बीच में "बहुत खराब" और 401 से 500 के बीच में "गंभीर" माना जाता है.

दूसरे चरण का GRAP हो रहा है लागू

वीकेंड तक एयर क्वालिटी खराब होने के पूर्वानुमान के साथ वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग ने शुक्रवार को GRAP (Graded Response Action Plan) का दूसरा चरण लागू करने को कहा है. दूसरे चरण की योजना में होटल, रेस्तरां और ईटरीज़ में ईंधन के लिए कोयले और लकड़ी के इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगाना शामिल है. जरूरी सेवाओं को छोड़कर डीजल जनरेटर के उपयोग पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया है.

दिल्ली में एयर क्वालिटी के आधार पर GRAP को चार चरणों में बांटा गया है. चरण एक को ‘खराब’ वायु गुणवत्ता (वायु गुणवत्ता सूचकांक 201-300) के मामले में लागू किया जाता है. ‘बहुत खराब’ (एक्यूआई 301-400) के लिए चरण दो, चरण तीन ‘गंभीर’ (एक्यूआई 401-450) के लिए और चरण चार ‘गंभीर प्लस’ (एक्यूआई 450 से अधिक) के लिए लागू किया जाता है.

(एजेंसियों से इनपुट के साथ)