Delhi Air Quality: पिछले काफी समय से बेहद खराब एयर क्वालिटी से जूझ रहे दिल्ली के लोगों को सोमवार की रात हुई हल्की-फुल्की बारिश से काफी राहत मिली. दिल्ली की हवा में हुए इस सुधार को देखते हुए केंद्र ने मंगलवार को पूरे राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (NCR) में क्रमिक प्रतिक्रिया कार्य योजना (GRAP) के चरण-तीन के तहत लागू प्रतिबंधों को तत्काल प्रभाव से हटाने का आदेश दिया. NCR और आसपास के क्षेत्रों में वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (CAQM) ने दिल्ली-एनसीआर की समग्र वायु गुणवत्ता में महत्वपूर्ण सुधार के मद्देनजर मंगलवार को बैठक की. 

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CAQM क्षेत्र में प्रदूषण से निपटने के लिए रणनीति तैयार करने के लिए जिम्मेदार वैधानिक निकाय है. सीएक्यूएम ने कहा कि भारत मौसम विज्ञान विभाग/भारतीय उष्णकटिबंधीय मौसम विज्ञान संस्थान के आगामी दिनों के लिए उपलब्ध वायु गुणवत्ता पूर्वानुमान से आने वाले दिनों में दिल्ली की औसत वायु गुणवत्ता 'गंभीर' श्रेणी में जाने का संकेत नहीं मिलता है. 

2 नवंबर से लागू थे प्रतिबंध

सीएक्यूएम ने दो नवंबर को चरण तीन का प्रतिबंध लागू किया था, जिसमें दिल्ली-एनसीआर में गैर-जरूरी निर्माण कार्य, पत्थर तोड़ने और खनन पर रोक लगाने का निर्देश दिया गया था. इस चरण के तहत दिल्ली, गुरुग्राम, फरीदाबाद, गाजियाबाद और गौतम बुद्ध नगर में बीएस 3 पेट्रोल और बीएस 4 डीजल चार पहिया वाहनों के परिचालन पर भी प्रतिबंध लगाया गया था. 

कैसी है दिल्ली की हवा?

भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के एक अधिकारी ने बताया कि हवा की गति सुधरकर 20 किलोमीटर प्रति घंटा हो गई, जिससे प्रदूषक तत्वों के बिखराव में मदद मिली है. राष्ट्रीय राजधानी में मंगलवार की सुबह आठ बजे वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 365 रहा, जो सोमवार को शाम चार बजे 395 दर्ज किया गया था. वहीं रोजाना शाम चार बजे दर्ज किया गया एक्यूआई रविवार को 395, शनिवार को 389, शुक्रवार को 415, बृहस्पतिवार को 390 तथा बुधवार को 394 था.

बता दें कि शून्य और 50 के बीच एक्यूआई को 'अच्छा', 51 और 100 के बीच 'संतोषजनक', 101 और 200 के बीच 'मध्यम', 201 और 300 के बीच 'खराब', 301 और 400 के बीच 'बहुत खराब', 401 और 450 के बीच 'गंभीर' और 450 से ऊपर को 'अति गंभीर' माना जाता है. सोमवार को राजधानी में धुंध छाई रही, जिससे सफदरजंग वेधशाला में दृश्यता घटकर महज 600 मीटर रह गई और इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर दृश्यता 800 मीटर थी.