Rajnath Singh at Army Logistic Conference: आज (सोमवार) को भारतीय सेना की ओर से आर्मी लॉजिस्टिक कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया गया है. इस कार्यक्रम में सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने हिस्सा लिया. इस दौरान देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भारत के दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था होने की खुशी जताई और कहा कि बहुत जल्द भारत 5 ट्रिलियन इकोनॉमी के लक्ष्य को हासिल कर लेगा. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) ने कहा कि भारत 5 ट्रिलियन इकोनॉमी की ओर से तेजी से बढ़ रहा है. उन्होंने आगे कहा कि ऐसे में देश में रसद को एकीकृत करने और आत्मनिर्भर बनाने के लिए सरकार ने कई महत्वपूर्ण नीतियां तैयार की हैं. 

आर्मी लॉजिस्टिक को बताई बड़ी भूमिका

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रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि पिछले कुछ सालों में जिस तरह दुनिया जुड़ रही है, उसमें लॉजिस्टिक और आपूर्ति श्रृंखला की बहुत बड़ी भूमिका है. उन्होंने कहा कि हम दुनिया के एक कोने में बैठकर दूसरे हिस्से की जानकारी हासिल कर सकते हैं और साथ ही आसान से सामान भी मंगवा सकते हैं.

उन्होंने आगे कहा कि किसी देश की इकोनॉमी को और ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए एक मजबूत, सुरक्षित और स्पीडी लॉजिस्टिक सप्लाई सिस्टम एक महत्त्वपूर्ण आवश्यकता होती है. 

5 ट्रिलियन इकोनॉमी की ओर तेजी से बढ़ रहा भारत - रक्षा मंत्री

इसके अलावा रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ये भी कहा कि हमारा देश, दुनिया की पाँचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन चुका है और भारत 5 ट्रिलियन डॉलर इकोनॉमी (% trillion economy) बनने की ओर तेजी से आगे बढ़ रहा है. उन्होंने आगे कहा कि भविष्य में चाहे युद्ध क्षेत्र हो, सिविल सेक्टर और लॉजिस्टिक सस्टेंस की क्रिटिकैलिटी बढ़ने ही वाली है. 

इन पॉलिसी पर सरकार दे रही जोर

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आगे कहा कि ऐसे में देश में लॉजिस्टिक को एकीकृत करने और आत्मनिर्भर बनाने के लिए, सरकार ने अनेक महत्वपूर्ण पॉलिसी तैयार की हैं. इसमें नेशनल लॉजिस्टिक पॉलिसी, पीएम गतिशक्ति प्लेटफॉर्म और अन्य प्रयासों से इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलेपमेंट पर जोर देना शामिल हैं.

उन्होंने आगे कहा कि पीएम गतिशक्ति नेशनल मास्टर प्लान के अलावा भी सरकार ने लॉजिस्टिक और इंफ्रास्ट्रक्चर का महत्त्व समझते हुए इस दिशा में तेजी से कदम आगे बढ़ाया है. हम देश में वर्ल्ड क्लास सड़कें, हाईवे और एक्सप्रेस -वे  का निर्माण होता हुआ देख रहे हैं. 

डिफेंस सेक्टर में भी लॉजिस्टिक का अहम योगदान

इसके अलावा राजनाथ सिंह ने कहा कि डिफेंस सेक्टर में भी लॉजिस्टिक की भूमिका अत्यंत महत्त्वपूर्ण है. पिछले तीन सालों में रक्षा मंत्रालय में जो पॉलिसी बदलाव हुए हैं, उसमें तीनों सेनाओं के बीच संयुक्तता एक प्रमुख आयाम है. 

उन्होंने आगे कहा कि फ्यूचर वॉर में लॉजिस्टिक के लिए ना केवल सर्विसेज के बीच संयुक्तता की जरूरत होगी बल्कि इंडस्ट्रियल बैकअप, रिसर्च और डेवलेपमेंट, मेटेरियल सपोर्ट, इंडस्ट्री और मैन पावर के रूप में देश की समस्त बॉडी के बीच संयुक्तता की जरूरत होगी.