बाजार में धड़ल्ले से बिक रही नकली दवाई, WHO ने राज्यों और संस्थाओं को भेजी एडवाइजरी
देश में नकली दवाओं के वर्जन पर DCGI ने निगरानी बढ़ा दी है. लिवर की दवा डिफिटेलियो और कैंसर के इलाज में इस्तेमाल होने वाले इंजेक्शन एडसेट्रिस के नकली वर्जन बाजार में उपलब्ध है.
WHO Alerts on Medicine: देश में नकली दवाओं के वर्जन पर DCGI ने निगरानी बढ़ा दी है. लिवर की दवा डिफिटेलियो और कैंसर के इलाज में इस्तेमाल होने वाले इंजेक्शन एडसेट्रिस के नकली वर्जन बाजार में उपलब्ध है.
WHO के अलर्ट के बाद DCGI ने बढ़ाई निगरानी दो दवाओं के नकली वर्जन बाजार में बिक रहे हैं. इसको लेकर WHO के अलर्ट पर DCGI ने राज्यों और संस्थाओं को भेजी एडवाइजरी भेजी है. इसके साथ ही कड़ी निगरानी और औचक निरीक्षण के लिए कहा है. बाजार से सैंपल उठा कर जांच करने को कहा DCGI ने लोगों से अपील की है कि सही और अच्छी दुकान से दवा लें साथ ही बिल ज़रूर लें. डब्ल्यूएचओ द्वारा दवा सुरक्षा चेतावनी के कारण कैंसर के इंजेक्शन एडसेट्रिस और लीवर की दवा डिफिटेलियो की आवाजाही और बिक्री पर निगरानी बढ़ाने के निर्देश दिए हैं. DCGI ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के औषधि नियंत्रकों को बिक्री पर कड़ी निगरानी रखने का निर्देश दिया है. देश में बिक रही नकली इंजेक्शन WHO ने भारत को बताया कि देश में कम से कम आठ अलग-अलग बैच संख्या में इंजेक्शन के नकली संस्करण प्रचलन में हैं.विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा भारत सहित चार देशों में फेक इंजेक्शन पाए जाने के बाद केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (सीडीएससीओ) ने 5 सितंबर को एक अलर्ट जारी कर देशभर के दवा नियामकों को रैंडम नमूने लेने का निर्देश दिया. नकली वर्जन के साथ एक सेफ्टी अलर्ट डीसीजीआई ने कहा कि डब्ल्यूएचओ ने भारत सहित चार अलग-अलग देशों में पहचाने गए Takeda Pharmaceutical Company Limited द्वारा निर्मित एडसेट्रिस इंजेक्शन 50 मिलीग्राम के कई नकली वर्जन के साथ एक सेफ्टी अलर्ट जारी किया है. डीसीजीआई ने स्टेट ड्रग कंट्रोलर को एक संदेश में कहा कि ये प्रोडक्ट अक्सर मरीज के लेवल पर उपलब्ध होते हैं और अनरेगुलेटेड सप्लाई चेन (ऑनलाइन) में वितरित किए जाते हैं. 51 सैंपल क्वालिटी टेस्ट में फेल डब्ल्यूएचओ ने कहा कि सर्कुलेशन में कम से कम आठ अलग-अलग बैच संख्या में नकली दवाएं मौजूद हैं. हाल ही में सरकार ने अपनी वेबसाइट पर दवाओं की जांच की जो रिपोर्ट भी जारी की है, जुलाई महीने में चेक की गई दवाओं की रिपोर्ट अगस्त में जारी की गई है. जुलाई के महीने में सरकार के ड्रग डिपार्टमेंट ने जो सैंपल जांच के लिए उठाए, उनमें से 51 सैंपल क्वालिटी टेस्ट में फेल हो गए 1306 दवाओं की हुई जांच जुलाई के महीने में कुल 1306 दवाओं के सैंपल चेक किए गए थे. जो सैंपल पास नहीं हुए उनकी तादाद 51 है. दवाओं में 3 सैंपल ऐसे भी हैं जो स्पूरियस यानी पूरी तरह नकली मिले. 1252 सैंपल क्वालिटी टेस्ट में पास हुए. ये दवाएं हुई फेल सरकार के टेस्ट में जो दवाएं फेल हुई हैं, उनमें एसिडिटी कम करने की दवा, बुखार की दवा, एंटीबायोटिक और कई ऐसी दवाएं शामिल हैं, जो लोग केमिस्ट से लेकर खा लेते हैं. एंटीबायोटिक दवा Amoxycillin & Potassium Clavulanate, हाई ब्लड प्रेशर के इलाज की दवा AMLODIPINE AND ATENOLOL, डायबिटीज की दवा Metformin Hydrochloride, एसिडिटी कम करने की दवा Rabeprazole, और Folic Acid दवा फेल हो गई है Pantoprazole Gastro Resistant Tablets IP यानी PAN 40 के नाम से बिक रही बड़ी दवा के फर्जी होने का शक जताया गया है. इसके अलावा Pantoprazole Gastro Resistant and Domperidone Prolonged Release Capsules जो बाजार में Pan D के नाम से मशहूर है, को फर्जी बताया गया है. Amoxycillin and Potassium एंटीबायोटिक के मामले में भी यही हुआ