अगर आप अपनी रसोई में जीरे (cumin seeds ) का तड़का लगाते है तो ये खबर जानना आपके लिए बेहद जरूरी है. देश के सभी किचन में यूज होने वाला जीरा अब आपकी सेहत बिगाड़ सकता है. अगर आप भी अपनी किचिन में जीरे का यूज करते हैं तो सतर्क हो जाएं. राजधानी दिल्ली में पुलिस विभाग (Delhi police) ने एक ऐसे गैंग का पर्दाफाश किया है, जो चंद मुनाफे के लिए हमारी और आपकी सेहत के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं.

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सेहत के साथ कर रहे खिलवाड़

बता दें इस गैंग के लोग दिल्ली के बवाना इलाके में नकली जीरा बनाते हैं और नकली जीरा बनाने के बाद उसको मुनाफाखोरों को सप्लाई करते हैं. ये सभी मुनाफाखोर नकली और असली जीरे को मिलाकर देश की जनता के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं.

400 रुपये किलो है असली जीरे का मूल्य

पुलिस के मुताबिक 100 किलो की अगर बोरी में 80 किलो असली जीरा और 20 किलो नकली जीरा होता था. नकली जीरा को 20 रुपये किलो बेचा जाता था. जबकि असली जीरा का बाजार मूल्य 400 रुपये किलो है. ये गैंग नकली जीरा की सप्लाई राजस्थान, यूपी, ओर गुजरात के मंडियों में करते थे. 

पुलिस ने बरामद किया नकली जारी

पुलिस ने इन लोगों के पास से करीब 19400 किलो नकली जीरा बरामद किया है. इसके साथ ही काफी तादाद में रॉ मेट्रिरल भी बरामद किया है.

ऐसे होता है तैयार

नकली जीरा बनाने के लिए यह लोग फूल झाड़ू वाला घास, पिसा हुआ बारीक पत्थर, ओर गुड़ का शिरा इस्तेमाल करते थे. यह लोग जीरा बनाने के लिए सबसे पहले पत्थर का चूरा बना लेते थे फिर बाद में उसमे जंगली घास मिला देते थे और सबसे आखिरी में उसमें गुड़ का शिरा मिलाते थे. शिरा को मिलाने के बाद उसको धूप में सुखाकर नकली जीरा तैयार किया जाता था.

पांच लोग मिलकर करते थे धोखेबाजी

बता दें कि पुलिस ने इस गैंग के पांच लोगों को ग्रिफ्तार किया है. ये सभी यूपी के शाजहांपुर और जलालाबाद के रहने वाले है. इस धोखेबाजी में यह सभी लोग पार्टनरशिप में काम करते हैं. इनका मास्टर माइंड साथी लालू पुलिस की गिरफ्त से फरार है. ये गैंग पिछले ढाई महीने से दिल्ली में किराए के गोदाम लेकर यह धंधा कर रहे थे.