कोरोनावायरस (coronavirus) के मामले भारत में बढ़ते ही जा रहे हैं. तो ऐसे में अपने आप को सेफ रखना काफी जरूरी है. इसी को ध्यान में रखते हुए एसबीआई रिसर्च (SBI Research) ने सरकार को सुझाव देते हुए कहा है कि देश में चल रही कागजी नोटों से भी कोरोनावायरस फैल सकता है. तो हमें भारत में  पेपर करेंसी नोटों के बजाय पॉलीमर करेंसी नोटों (Polymer Currency Notes) का इस्तेमाल करना चाहिए. इसके साथ ही ज्यादा से ज्यादा डिजिटल ट्रांजेक्शन पर फोकस करना चाहिए. 

COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

इन देशों में होता है पॉलीमर करंसी का इस्तेमाल    

आफको बता दें पॉलीमर करेंसी को सिंथेटिक पॉलीमर से बनाया जाता है. इसको बाइएक्सियली ओरिएंटेड पॉलीप्रोपाइलीन (बीओपीपी) भी कहा जाता है. कागजी नोटों की तुलना में पॉलीमर करेंसी ज्यादा टिकाऊ होती है. इस समय पर कनाडा, यूनाइटेड किंगडम, नाइजीरिया, मालदीव, मॉरीशस जैसे कई देशों में इस करंसी का इस्तेमाल किया जाता है. 

UPI का करें इस्तेमाल

इस समय सरकार ने डिजिटल ट्रांजेक्शन पर फोकस करने को कहा है. लोगों को बिना संपर्क में आने वाले पेमेंट सिस्टम जैसे UPI, IMPS, RTGS, मोबाइल वॉलेट और नेट बैंकिंग का इस्तेमाल करना चाहिए. बता दें बिना संपर्क वाले पेमेंट के जरियों को अपनाने से कॉन्टैक्ट-बेस्ड पेमेंट के जरिए कोरोना वायरस को फैलने से रोकने में मदद मिलेगी.

CAIT ने जारी किए निर्देश

सीएआईटी Confederation Of All India Traders (CAIT) के राष्ट्रीय अध्यक्ष बीसी भारतीय और महासचिव प्रवीण खंडेलवाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चिट्ठी लिखकर यह संदेश दिया था कि "कागज़ से बने करेंसी नोट महामारी बन चुके कोरोना वायरस को फैलने में सहायक साबित हो सकते" हैं.

इन देशों ने शुरू किया पॉलीमर नोटों का इस्तेमाल

17 मार्च, 2020 को अपनी 'इकोरैप' रिपोर्ट में एसबीआई रिसर्च में बताया कि हमें नकदी का उपयोग कम से कम करना चाहिए. भारत में चलने वाली कागजी करंसी के जरिए किसी भी वायरस के प्रसार को रोकने के लिए तत्काल कदम उठाए जाने चाहिए. यूके, ऑस्ट्रेलिया और कनाडा जैसे देशों ने करेंसी के माध्यम से संक्रमण फैलाने के जोखिम को कम करने के लिए पॉलीमर नोटों पर स्विच किया है.

ज़ी बिज़नेस LIVE TV देखें:

सिंथेटिक पॉलिमर करंसी का करें इस्तेमाल

इसके साथ ही उन्होंने कहा कि "भारत सरकार मौजूदा स्थिति को देखते हुए सिंथेटिक पॉलिमर से बनने वाले करेंसी नोट लाने पर विचार करे जिनके जरिए संक्रमण फैलने का खतरा कागज के नोटों की तुलना में कम बताया जाता है.'