गोवा के मुख्यमंत्री तथा पूर्व रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर का रविवार की शाम देहांत हो गया. पर्रिकर लंबे समय से बीमार चल रहे थे. उनके निधन से गोवा समेत राजनीतिक गलियारे में शोक की लहर दौड़ पड़ी है. बीजेपी समेत तमाम राजनीतिक तथा सामाजिक संगठनों ने उनके निधन पर दुख प्रकट किया है. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने अपने ट्वीट संदेशों में पर्रिकर के निधन को अपूरणीय क्षति बताया है. उनके निवास के बाहर लोगों की भीड़ जुटनी शुरू हो गई है. भीड़ को देखते हुए उनके निवास के बाहर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है.

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मनोहर पर्रिकर अग्न्याशय की बीमारी से पीड़ित थे. नई दिल्ली के एम्स में इलाज कराने के बाद वह पिछले साल अक्टूबर में अपने घर लौट गए थे. वहीं से अपना इलाज करा रहे थे. राज्य में लौटने के बाद पर्रिकर ने कुछ ही आधिकारिक कार्यक्रमों में हिस्सा लिया. इसके अलावा पर्रिकर ने पिछले साल अमेरिका और मुंबई के निजी अस्पतालों में उपचार कराया था. बीमारी के बाद भी वे गोवा के विकास कामों में हिस्सा लेते थे. 

 

मनोहर पर्रिकर 14 मार्च 2017 को गोवा को चौथी बार मुख्यमंत्री बने थे. वे मोदी सरकार में भारत के रक्षा मंत्री रह चुके थे. 

मेटलर्जिकल इंजीनियरिंग थे पर्रिकर

मनोहर पर्रिकर का जन्म पणजी के मापुसा में 13 दिसंबर 1955 को हुआ था. उन्होंने आईआईटी मुंबई से 1978 में मेटलर्जिकल इंजीनियरिंग में ग्रेजुएशन किया था.

भारतीय जनता पार्टी से गोवा के मुख्यमंत्री बनने वाले वह पहले नेता थे. 24 अक्टूबर 2000 को वह पहली बार गोआ के मुख्यमन्त्री बने किंतु उनकी सरकार 217 फ़रवरी, 2002 तक ही चल पाई. 5 जून, 2002 को वह फिर से गोवा के मुख्यमंत्री बने थे. वह साधारण जीवनशैली के लिए जाने जाते थे. मुख्यमंत्री और रक्षा मंत्री रहते हुए भी वह बेहद साधारण जीवन जीते थे.

आम लोगों की तरह बिताया साधारण जीवन

मनोहर पर्रिकर ने गोवा का मुख्यमंत्री रहते हुए कई साल तक मुख्यमंत्री आवास का इस्तेमाल नहीं किया. वह खुद के घर में ही रहते थे. पर्रिकर की छवि लोगों के बीच एक ईमानदार नेता के रूप में थी.

उनके साधारण व्यक्तित्व का हर कोई कायल था. वे कई बार विधानसभा जाते समय सरकारी गाड़ी को छोड़कर स्कूटर का इस्तेमाल करते थे. वह बिना सुरक्षा के किसी भी टी स्टॉल पर खड़े होकर चाय पीते भी नजर आ जाते थे. पर्रिकर की ये आदतें गोवा के लोगों के लिए एक आम बात थी. 

मनोहर पर्रिकर अपनी साधारण वेशभूषा के लिए भी जाने जाते थे. वह आमतौर पर शर्ट-पैंट में नजर आते थे. जब तक किसी बड़ी ऑफिशियल मीटिंग में न जाना हो वह साधारण कपड़े पहनना ही पसंद करते थे. अपने बेटे की शादी में में पर्रिकर हाफ शर्ट, साधारण पैंट और सैंडिल पहने लोगों की आवभगत कर रहे थे. वहीं, मनोहर पर्रिकर को सोलह से अठारह घंटे काम करने की आदत थी. 

पर्रिकर विमान में हमेशा ही इकॉनमी क्लास में यात्रा करते थे. उन्हें आम लोगों की तरह अपना सामान लिए यात्रियों की लाइन में खड़े देखा जा सकता था. वह मोबाइल और टेलीफोन के बिल का भुगतान अपनी जेब से करते थे.