12th World Hindi Conference: विदेशों में हिंदी भाषा के प्रचार और प्रसार के लिए भारत सरकार (Government of India), भारत और विदेशों में, विश्व हिंदी सम्मेलनों (World Hindi Conference) का आयोजन करती रही है. यह विदेश मंत्रालय द्वारा, 3 से 4 साल के अंतराल में, मेजबान देश और अन्य स्थानीय सांस्कृतिक और भाषाई संगठनों के सक्रिय सहयोग के साथ आयोजित किया जाता है. विश्व हिंदी सम्मेलनों के आयोजन का आरंभ 1975 से शुरू हुआ और अब तक भारत सहित विश्व के विभिन्न भागों में आयोजित किए जा चुके हैं. इन सम्मेलनों में मुख्य रूप से इस विषय पर विचार किया गया है कि प्रचलित विश्व परिवेश में हिन्दी कैसे मानव जाति की सेवा करने का एक माध्यम हो सकती है और हिन्दी को संयुक्त राष्ट्र संघ में कैसे एक पहचान मिले और कैसे हिन्दी को मानवता की सेवा करने वाली वैश्विक भाषा के रूप में आगे बढ़ाया जा सकता है.

साल 2023 में फिजी में आयोजित किया जाएगा विश्व हिंदी सम्मेलन

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इन सम्मेलनों ने दुनिया भर के हिंदी विद्वानों को हिंदी भाषा और साहित्य के विकास की मुख्यधारा से परिचित कराने और विश्व की विभिन्न भाषाओं के विकास के तुलनात्मक मूल्यांकन के लिए अपने कार्यों को प्रस्तुत करने ऐव्म विचारों और सूचनाओं का आदान-प्रदान करने के लिए एक उपयोगी मंच प्रदान किया है.

2023 में 12 वां विश्व हिंदी सम्मेलन फिजी (Fiji) में आयोजित किया जाना है. फिजी के उल्लेखित संविधान के अंतर्गत, हिन्दी को देश की तीसरी आधिकारिक भाषा का दर्जा प्राप्त है. हिन्दी, फिजी में विभिन्न भारतीय मूल के लोगों के बीच संपर्क भाषा का काम भी करती है.

लोगो डिजाइन के लिए इन मानदंडों का करना होगा पालन

  • उसे भारत-फिजी मित्रता को प्रतिबिंबित करना चाहिए.
  • यह दोनों देशों के राष्ट्रिय झंडों के रंगों को दर्शाता हो.
  • भारत और फिजी के बीच समुद्री संपर्कों ऐव्म ऐतिहासिक संबंधों को परिलक्षित करता हो.
  • डिज़ाइन प्रेरणादायक होना चाहिए, महासागरों के चित्रों के द्वारा द्वीप की विशेषताओं को दर्शाते हुए विश्व में फिजी की भौगोलिक स्थिति को इंगित करता हो.
  • फिजी की अनूठी राष्ट्रीय विरासत भी डिजाइन की एक विशेषता होनी चाहिए, और यह कला, शिल्प आदि के माध्यम से दिखाई जा सकती है.
  • फिजी में हिंदी की विकास यात्रा को प्रदर्शित करता हो.
  • ''12वां विश्व हिंदी समेलन फिजी'' (देवनागरी लिपि में), यह वाक्यांश प्रमुखता से लोगो मे प्रतिबिंबित होना चाहिए.
  • लोगो केवल हिंदी भाषा में होना चाहिए.
  • प्रत्येक प्रविष्टि के साथ लोगो का संक्षिप्त विवरण होना चाहिए तथा लोगो ऊपर वर्णित तत्वों के सार को सर्वोत्तम रूप से समाहित करता हो.

सिर्फ भारतीय नागरिक ही प्रतियोगिता में ले सकते हैं हिस्सा 

विजेता को 75,000 रुपये से पुरस्कृत किया जाएगा. इसके अतिरिक्त, चयन समिति की सिफारिश पर 10,000 रुपये की राशि के तीन सांत्वना पुरस्कार भी दिए जाएंगे. पुरस्कार की संपूर्ण 1,05,000 की राशि की पूर्ति एक्स पी डी विभाग के लोक राजनय बजट हेड से की जाएगी. पुरस्कार राशि टीडीएस की कटौती के बाद देय होगी.

यह प्रतियोगिता भारत और विदेशों मे स्थित सभी भारतीय नागरिकों और भारतीय मूल के लोगों को लोगो डिज़ाइन प्रस्तुत करने के लिए 25 अगस्त से 30 सितंबर, 2022 तक MyGov पोर्टल पर उपलब्ध रहेगी.