एडुटेक कंपनियों के खिलाफ सरकार सख्त कदम उठाने की तैयारी में है. बायजू और अनएकेडमी जैसे बड़े प्लेटफॉर्म सवालों के घेरों में आ गए हैं. भ्रामक विज्ञापनों को रोकने के लिए सरकार जल्द ही कोई ठोस कदम उठा सकती है. नरेंद्र मोदी सरकार ने एक जुलाई को एजुटेक कंपनियों को अनफेयर ट्रेड प्रैक्टिस (unfair trade practices) और भ्रामक विज्ञापनों के खिलाफ चेतावनी दी है. 

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शुक्रवार को नई दिल्ली में उपभोक्ता मामलों के विभाग के सचिव, रोहित कुमार सिंह ने इंटरनेट और मोबाइल एसोसिएशन ऑफ इंडिया (आईएएमएआई) के तत्वावधान में चलने वाली स्व-नियामक संस्था इंडिया एडटेक कंसोर्टियम (आईईसी) के साथ बैठक की.इस दौरान रोहित कुमार सिंह ने कुछ जरूरी बातों का जिक्र किया. उन्होंने कहा कि यदि अनफेयर ट्रेड प्रैक्टिस पर अंकुश नहीं लगाता है तो कड़े दिशा-निर्देश तैयार करने की आवश्यकता होगी.

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सरकार के निशाने पर कई एजुटेक कंपनियां

एडुटेक कंपनियों पर नकली और फर्जी समीक्षाओं देने का आरोप है. इस बैठक में IAMAI के प्रतिनिधियों के साथ-साथ बायजूस (Byju's), अनएकेडमी (Unacademy), वेदांतू (Vedantu), अपग्रेड (upgrade), अनएकडेमी (Unacademy) भी शामिल थे. बैठक में एजुटेक कंपनियों को लेकर चर्चाएं की गई, रोहित कुमार सिंह ने बताया कि कुछ विज्ञापन मौजूदा दिशानिर्देशों और विनियमों के अनुरूप नहीं हैं. इसलिए, उपभोक्ताओं के हितों को ध्यान में रखते हुए मिलकर काम करने की आवश्यकता है. 

शिक्षा क्षेत्र के गलत विज्ञापनों से फैलता है भ्रम

गलत रिव्यू को लेकर सचिव ने कहा कि नकली समीक्षाओं को रोकने के लिए दिशानिर्देश तैयार करने को लेकर एक समिति का गठन किया गया है. ASCI की एक हालिया रिपोर्ट से पता चला है कि शिक्षा क्षेत्र के साल 2021-22 विज्ञापनों में विज्ञापन कोड का सबसे बड़ा उल्लंघन किया गया है. रोहित सिंह ने कहा कि विज्ञापन जारी करने से पहले उचित सावधानी बरती जानी चाहिए. उद्योग के सदस्यों ने भी सचिव को आईईसी की प्रगति और शिक्षार्थियों के कल्याण और जागरूकता में सुधार के लिए चल रहे प्रयासों की दिशा के बारे में जानकारी दी.