Censorship on OTT: रिक्वेस्ट पर टेलीविजन और फिल्म कंटेंट इंटरनेट (Internet) पर उपलब्ध होने वाले ओटीटी (Over-The-Top) प्लेटफॉर्म पर गाली गलौच वाली वेब सीरीज पर रोक लग सकती है. ऐसा केंद्र सरकार के एक फैसले से संभव हो सकेगा. सरकार ने दरअसल, अब ओटीटी प्लेटफॉर्म के कंटेट को सूचना और प्रसारण मंत्रालय (Ministry of Information and Broadcasting) के निगरानी के दायरे में ला दिया है. भारत में करीब डेढ़ साल पहले सिर्फ 40 ओटीटी प्लेटफॉर्म (OTT Platforms) थे, जो अब करीब दोगुने हो चुके हैं.

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सेक्रेड गेम्स जैसी सीरीज विवादों में Sacred Games in Dispute

नेटफ्लिक्स सहित दूसरे ओटीटी (OTT) प्लेटफॉर्म पर ऐसे गाली गलौच वाले कंटेट को लेकर कई बार शिकायतें आती रही हैं. सोशल मीडिया पर भी लोग इस मुद्दे पर खुलकर अपना विरोध जताते रहे हैं. दैनिक भास्कर की खबर के मुताबिक, मुख्य शिकायत नेटफ्लिक्स पर टेलीकास्ट हुई सेक्रेड गेम्स की पहले सीरीज से ही शुरू हो गई थी. टेलीकास्ट किया गया यह कंटेंट विवादों में आ गया था. कहा गया था कि इसमें दिखाया गए कंटेंट में एडल्ट सीन और हिंसा को ज्यादा दिखाया गया है.

(DNA)

15 ओटीटी प्लेटफॉर्म ने बनाई थी सेल्फ रेगुलेशन संस्था Internet and Mobile Association of India

खबर के मुताबिक, ऐसी स्थिति से निपटने के लिए करीब 15 ओटीटी प्लेटफॉर्म ने अपनी एक संस्था बनाई जिसे इंटरनेट एंड मोबाइल एसोसिएशन ऑफ इंडिया (Internet and Mobile Association of India) नाम दिया गया. इन सभी प्लेटफॉर्म ने सेल्फ रेगुलेशन पर सहमति जताई थी. खबर के मुताबिक, जानकारों का कहना था कि यह संस्था बेशक सेल्फ रेगुलेशन के लिए बनी है, लेकिन यह पर्याप्त नहीं है.

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कई सारे वेबसीरीज पाइपलाइन में हैं Many web series are in the pipeline

ओटीटी कंटेंट विवाद तब और बढ़ गया था जब ऑल्ट बालाजी की एक वेबसीरीज में आर्मी यूनिफॉर्म में कुछ आपत्तिजनक सीन फिल्माए गए हैं. जानकार कहते हैं कि अभी तो कई सारे वेबसीरीज पाइपलाइन में हैं. ऐसे में इस तरह के कंटेट पर नजदीक से निगरानी करना कोई आसान काम नहीं होगा. सरकार भी नियम कानून बना देगी, इसके बाद भी वेबसीरीज और ओटीटी के कंटेट पर बहुत असर होगा.