CCPA Guidelines on Misleading Ads: सेलिब्रिटी होने का ये मतलब नहीं कि आप पैसे लेकर अपने प्रशंसकों को एंडोर्समेंट के नाम पर कुछ भी परोस दें. भारत सरकार और एडवरटाइजिंग स्टैंडर्ड्स काउंसिल ऑफ इंडिया (ASCI) विज्ञापनों में सेलिब्रिटीज की जवाबदेही को लेकर बेहद शख्त है. यही वजह है कि इंडस्ट्री के बड़े-बड़े दिग्गज अब कुछ भी एंडोर्स करने से पहले कानूनी सलाह लेने लगे हैं. हाल ही में बॉलीवुड के शहंशाह अमिताभ बच्चन (Amitabh Bachchan) ने अपने ब्लॉग में साफ कहा था कि सोशल मीडिया पर उनके कई पोस्ट को लेकर उन्हें लीगल नोटिस मिलना शुरू हो गए हैं. सेलिब्रिटीज का अपने फैंस के प्रति ये कर्तव्य रहता है कि वो जो क्लेम करते हैं, उसको वेरिफाई करें, तभी बोलें.

CCPA ने जारी की नई गाइडलाइन

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बिग बी अकेले नहीं हैं. रणबीर सिंह, जैकलिन फर्नांडीस समेत 28 सेलिब्रिटीज को हाल ही में ASCI ने सोशल मीडिया इनफ्लुएंसर गाइडलाइन की अनदेखी के लिए आगाह किया था. क्योंकि इन जानी-मानी हस्तियों ने एएससीआई की गाइडलाइंस को हल्के में लिया. इसलिए सेंट्रल कंज्यूमर प्रोटेक्शन अथॉरिटी (CCPA) अपनी गाइडलाइंस लेकर आई है.

हो सकता है लीगल एक्शन

सीसीपीए की गाइडलाइंस ने सेलिब्रिटीज को ऐड फिल्म में झूठे दावे ना करने की शख्त चेतावनी दी है. CCPA की नई गाइडलाइंस के अनुसार, अगर कोई सेलिब्रिटी किसी विज्ञापन में गलत या भ्रामक दावे कर रहा है, जिसके उसके पास कोई सबूत ही ना हो तो सेलिब्रिटी या इनफ्लुएंसर पर भी लीगल एक्शन हो सकता है.

 

गलती दोहराने पर 50 लाख जुर्माना और 5 साल की सजा

ऐड फिल्म में गलत दावे करने से एंडोसर को 10 लाख रुपये तक जुर्माना हो सकता है. दोबारा गलती पर 50 लाख रुपये जुर्माना और 5 साल की सजा हो सकती है. इसलिए इन दिनों हर कोई ब्रांड डील साइन करने से पहले अपने लीगल टीम के जरिए दावे क्रॉस चेक कर रहा है.