22,842 करोड़ रुपये के बैंक फ्रॉड का मामला, CBI ने एबीजी ग्रुप के फाउंडर-चेयरमैन ऋषि अग्रवाल को किया गिरफ्तार
CBI arrests ABG Group founder chairman Rishi Agarwal: सीबीआई ने एबीजी ग्रुप के फाउंडर-चेयरमैन ऋषि अग्रवाल को 22 हजार करोड़ रुपये के बैंक फ्रॉड मामले में गिरफ्तार कर लिया है.
CBI arrests ABG Group founder chairman Rishi Agarwal: सीबीआई ने बुधवार को एबीजी शिपयार्ड लिमिटेड के फाउंडर-चेयरमैन ऋषि अग्रवाल को 22,842 करोड़ रुपये से भी ज्यादा के कथित बैंक फ्रॉड मामले में गिरफ्तार कर लिया. ऋषि अग्रवाल की गिरफ्तारी की जानकारी एक अधिकारी ने दी. अधिकारी ने बताया कि केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) और भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत आपराधिक साजिश, धोखाधड़ी, आपराधिक विश्वासघात और आधिकारिक पद के दुरुपयोग के कथित अपराधों के लिए कंपनी के पूर्व चेयरमैन ऋषि अग्रवाल और कुछ अन्य लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया था.
कंपनी को 28 बैंकों और वित्तीय संस्थानों से सैंकशन की गई थी रकम
अधिकारियों ने बताया कि एबीजी शिपयार्ड लिमिटेड को आईसीआईसीआई बैंक के नेतृत्व में 28 बैंकों और वित्तीय संस्थानों से क्रेडिट फैसिलिटीज सैंकशन की गई थी, जिसमें भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) के 2,468.51 करोड़ रुपये भी शामिल थे.
फॉरेंसिक ऑडिट से खुली एबीजी शिपयार्ड लिमिटेड की पोल
अर्न्स्ट एंड यंग (Ernst and Young) द्वारा किए गए एक फॉरेंसिक ऑडिट से पता चला कि साल 2012 और 2017 के बीच, आरोपी ने एक-दूसरे के साथ मिलीभगत की और अवैध गतिविधियों को अंजाम दिया. जिसमें फंड्स का गलत उपयोग और आपराधिक विश्वासघात शामिल है.
साल 2016 में नॉन-परफॉर्मिंग एसेट और 2019 में फ्रॉड घोषित हुई कंपनी
अधिकारियों ने कहा कि फंड्स का इस्तेमाल बैंकों द्वारा जारी किए गए उद्देश्यों के अलावा अन्य उद्देश्यों के लिए किया गया था. लोन अकाउंट को जुलाई, 2016 में नॉन-परफॉर्मिंग एसेट और 2019 में फ्रॉड घोषित कर दिया गया था.