पश्चिम बंगाल में बारिश और ओलावृष्टि के कारण इमारतों और फसलों को नुकसान,100 लोग घायल, 4 की मौत
जलपाईगुड़ी के कई हिस्सों में बारिश और ओलावृष्टि के कारण घरों, इमारतों और फसलों को नुकसान हुआ. जिसमें 100 लोगों के घायल होने की खबर है.
पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी के कई हिस्सों में बारिश और ओलावृष्टि से घरों, इमारतों और फसलों को नुकसान हुआ है. जलपाईगुड़ी के SP के मुताबिक, चक्रवात की घटना में चार लोगों की मृत्यु हुई और 100 से अधिक लोग घायल हुए हैं. असम राज्य के कई हिस्सों में भी बारिश और ओलावृष्टि के कारण घरों, इमारतों और फसलों को नुकसान हुआ.इसके साथ ही गुवाहाटी के कई हिस्सों में बारिश हुई और बारिश के बाद मौसम में बदलाव देखने को मिला.
ममता बनर्जी ने पोस्ट कर दी जानकारी
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने ट्वीट किया, "यह जानकर दुख हुआ कि आज दोपहर अचानक भारी बारिश और तूफानी हवाओं ने जलपाईगुड़ी-मैना गुड़ी के कुछ इलाकों में आपदाएं ला दीं, जिसमें मानव जीवन की हानि, घर की क्षति हुई, पेड़ और बिजली के खंभे उखड़ गए. जिला और ब्लॉक प्रशासन , पुलिस, DMG और QRT टीमें आपदा प्रबंधन कार्यों में जुट गईं और राहत प्रदान की. प्रभावित लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है. जिला प्रशासन मौत के मामले में परिजनों और घायलों को नियमानुसार और MCC का पालन करते हुए मुआवजा प्रदान करेगा."
गुवाहाटी एयरपोर्ट का एक हिस्सा ढहा
गुवाहाटी में लोकप्रिय गोपीनाथ बोरदोलोई अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर रविवार को आए भीषण तूफान और भारी बारिश के कारण बाहरी छत की सीलिंग का एक हिस्सा ढह गया. भारी बारिश के कारण, हवाई अड्डा प्राधिकरण ने परिचालन रोक दिया और छह फ्लाइट को अन्य गंतव्यों के लिए डायवर्ट कर दिया. लोकप्रिय गोपीनाथ बोरदोलोई अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे, गुवाहाटी के मुख्य हवाई अड्डे के अधिकारी उत्पल बरुआ ने बताया कि छह उड़ानें डायवर्ट की गईं.
बारिश के कारण कई फ्लाइट डायवर्ट
अधिकारी ने आगे बताया कि, आउटलेट पाइप के ओवरफ्लो होने के कारण एयरपोर्ट के अंदर पानी का रिसाव हो रहा है. बाहर की छत की सीलिंग का एक हिस्सा उड़ गया. अब स्थिति सामान्य है."हालांकि, गुवाहाटी हवाई अड्डा प्राधिकरण ने कहा कि परिचालन अब सामान्य रूप से फिर से शुरू हो गया है. "भारी बारिश और हवा के कारण, आज शाम प्रतिकूल मौसम की स्थिति के कारण उड़ान संचालन प्रभावित हुआ. छत के आउटलेट भारी मात्रा में बह गए और टर्मिनल भवन के अंदर पानी भर गया. टर्मिनल भवन के बाहर, पानी और हवा के दबाव के कारण छत का एक छोटा हिस्सा खुल गया. प्रतिकूल मौसम की स्थिति के कारण कुल छह उड़ानें अगरतला और कोलकाता की ओर मोड़ दी गयी. परिचालन अब सामान्य हो गया है.