Budget 2024: बजट सत्र से पहले मंगलवार को सरकार ने बुलाई सर्वदलीय बैठक, राजनीतिक दलों से की ये अपील
Budget 2024: संसद का बजट सत्र शुरू होने से एक दिन पहले मंगलवार को केंद्र सरकार ने सर्वदलीय बैठक बुलाई है. इस सर्वदलीय बैठक में सरकार सभी राजनीतिक दलों से आगामी बजट सत्र के सुचारू संचालन के लिए सहयोग की अपील करेगी.
Budget 2024: देश का यूनियन बजट अब बस पेश होने को है. 1 फरवरी 2024 को देश की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण देश का यूनियन बजट पेश कर सकती हैं. बजट के पेश होने से पहले बजट में संसद सत्र (Budget Session) की शुरुआत होगी. संसद का बजट सत्र शुरू होने से एक दिन पहले मंगलवार को केंद्र सरकार ने सर्वदलीय बैठक बुलाई है. इस सर्वदलीय बैठक में सरकार सभी राजनीतिक दलों से आगामी बजट सत्र के सुचारू संचालन के लिए सहयोग की अपील करेगी. सरकार की तरफ से केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री प्रल्हाद जोशी ने मंगलवार यानि 30 जनवरी को सुबह 11:30 बजे संसद भवन परिसर के पार्लियामेंट लाइब्रेरी बिल्डिंग में बजट सत्र के एजेंडे को लेकर यह सर्वदलीय बैठक बुलाई है.
PM मोदी के दूसरे कार्यकाल का आखिरी बजट
इस बैठक के लिए संसद के दोनों सदनों -- लोक सभा और राज्य सभा में सभी राजनीतिक दलों के फ्लोर लीडर्स को आमंत्रित किया गया है. आपको बता दें कि संसद का आगामी बजट सत्र 31 जनवरी से शुरू होगा और इसके 9 फरवरी तक चलने की संभावना है. यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का आखिरी बजट सत्र होगा.
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के संबोधन से होगा शुरू
बजट सत्र की शुरुआत 31 जनवरी को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के अभिभाषण से होगी. राष्ट्रपति दोनों सदनों-लोक सभा और राज्य सभा की संयुक्त बैठक को संबोधित करेंगी. बजट सत्र के दूसरे दिन 1 फरवरी को केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण अंतरिम बजट पेश करेंगी.
चूंकि यह मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का अंतिम बजट होगा और इसके बाद सरकार को लोक सभा चुनाव के मैदान में जाना है, इसलिए यह कहा जा रहा है कि इस अंतरिम बजट में मोदी सरकार महिलाओं, किसानों, युवाओं और देश के गरीबों के लिए कुछ महत्वपूर्ण योजनाओं की घोषणा कर सकती है.
CISF की टुकड़ी तैनात
संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान सदन की सुरक्षा में हुई चूक के बाद अब बजट सेशन के दौरान विजिटर्स की जांच के लिए संसद परिसर में केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF) के 140 कर्मियों की टुकड़ी तैनात की गई है. इसके साथ ही संसद कर्मियों को संसद भवन परिसर में तस्वीरें नहीं खींचने और वीडियो नहीं बनाने की हिदायत दी गई है. सुरक्षा प्रोटोकॉल के तहत इस तरह की गतिविधियां प्रतिबंधित हैं.