Budget 2024: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बुधवार को लगातार दूसरे कार्यकाल में वित्त मंत्रालय का कार्यभार संभाल किया है. सीतारमण बहुत जल्द वित्त वर्ष 2025 के लिए अंतिम बजट पेश करने वाली हैं. जो कि पीएम नरेंद्र मोदी के तीसरे कार्यकाल की प्राथमिकता और विकसित भारत की दिशा को तय करेगा. ये बजट पेश करने के साथ ही वित्त मंत्री एक नया रिकॉर्ड भी बनाने वाली हैं. वह लगातार सबसे अधिक बार बजट पेश करने वाली वित्त मंत्री बन जाएंगी. 

सीतारमण बनाने वाली हैं ये रिकॉर्ड

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वित्त मंत्री सीतारमण इस बार संसद में लगातार सातवां बजट और लगातार छठा पूर्ण बजट पेश करने वाली हैं. इसी के साथ वो पूर्व प्रधानमंत्री मोरारजी देसाई का लगातार 6 बार बजट पेश करने का रिकॉर्ड तोड़ देंगी. हालांकि, मोरारजी देसाई ने कुल मिलाकर 10 बार देश का बजट पेश किया है. इसके लिए वित्त मंत्री सीतारमण को थोड़ा और इंतजार करना पड़ सकता है. सीतारमण लगातार पीएम मोदी के तीसरे कार्यकाल में भी शामिल होने वाली इकलौती महिला भी हैं. 

कैसा है वित्त मंत्री का राजनैतिक करियर

अपने राजनीतिक करियर में सीतारमण ने कई बड़ी उपलब्धियां हासिल कीं. 2017 में वह पहली महिला रक्षा मंत्री बनी. इससे पहले वह उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री थीं. अरुण जेटली (वित्त मंत्री 2014-19) के बीमार होने पर सीतारमण ने 2019 के आम चुनाव के बाद नव निर्वाचित मोदी सरकार में वित्त विभाग का प्रभार संभाला था. वह स्वतंत्र भारत में पहली पूर्णकालिक महिला वित्त मंत्री बनीं. इससे पहले, इंदिरा गांधी ने भारत की प्रधानमंत्री रहते हुए थोड़े समय के लिए अतिरिक्त विभाग के रूप में वित्त का कार्यभार संभाला था.

2014 में, उन्होंने वित्त और कॉर्पोरेट मामलों के राज्य मंत्री और बाद में स्वतंत्र प्रभार के साथ वाणिज्य और उद्योग मंत्री के रूप में काम किया. वह 2017 में रक्षा मंत्री बनीं.

1959 में हुआ था सीतारमण का जन्म

सीतारमण का जन्म 18 अगस्त 1959 को मदुरै में रेलवे में कार्यरत नारायण सीतारमण और सावित्री के घर हुआ था. सीतारमण ने जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) से अर्थशास्त्र में स्नातकोत्तर और एम.फिल की है. राजनीति में आने से पहले सीतारमण ब्रिटेन में कॉरपोरेट जगत का हिस्सा थीं, जहां वह अपने पति परकाला प्रभाकर के साथ रह रही थीं. दोनों की मुलाकात जेएनयू में पढ़ाई के दौरान हुई और 1986 में दोनों ने शादी कर ली.

उनकी एक बेटी परकाला वांगमयी है. सीतारमण ने हैदराबाद में सेंटर फॉर पब्लिक पॉलिसी स्टडीज की उप निदेशक के रूप में कार्य किया. शहर में उन्होंने एक स्कूल भी शुरू किया. वह 2003 से 2005 तक राष्ट्रीय महिला आयोग की सदस्य भी रहीं.